अपडेटेड 21 August 2025 at 12:25 IST
उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी ने भरा नामांकन, INDIA गठबंधन ने किया शक्ति प्रदर्शन
INDIA गठबंधन के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी सुदर्शन रेड्डी ने गुरुवार को अपना नामांकन दाखिल कर दिया। इस दौरान INDIA गठबंधन के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
INDIA गठबंधन के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी ने गुरुवार, 21 अगस्त को अपना नामांकन दाखिल कर लिया। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी समेत इंडी गठबंधन के कई नेता मौजूद रहे।
बी सुदर्शन रेड्डी ने चार सेट में नामांकन पत्र जमा किए, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित 20 प्रमुख नेता उनके प्रस्तावक बने। नामांकन से पहले रेड्डी ने संसद परिसर में प्रेरणा स्थल पर महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की। 79 वर्षीय पूर्व जस्टिस रेड्डी का मुकाबला NDA के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन से होगा। खास बात यह है कि दोनों उम्मीदवार दक्षिण भारत से ताल्लुक रखते हैं।
बी सुदर्शन रेड्डी ने दाखिल किया नामांकन
INDIA गठबंधन के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी सुदर्शन रेड्डी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी की उपस्थिति में अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान NCP-SCP प्रमुख शरद पवार, सपा सांसद राम गोपाल यादव, DMK सांसद तिरुचि शिवा, शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत और गठबंधन के कई अन्य नेता भी नामांकन के समय मौजूद रहे।
सीपी राधाकृष्णन से होगा सुदर्शन रेड्डी का मुकाबला
बता दें कि 79 साल के जस्टिस रेड्डी का मुकाबला NDA के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन से होगा। खास बात यह है कि इस बार उपराष्ट्रपति पद के दोनों उम्मीदवार दक्षिण भारत से ताल्लुक रखते हैं। रेड्डी आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं तो सीपी राधाकृष्णन का तालुक तमिलनाडु से हैं। सुदर्शन रेड्डी गुवाहाटी हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस और गोवा के पहले लोकायुक्त रह चुके हैं। उन्होंने 2007 में सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में कार्यभार संभाला था।
कौन हैं जस्टिस बी सुदर्शन रेड्डी?
जस्टिस सुदर्शन रेड्डी का जन्म 8 जुलाई 1946 को हुआ था। 2 मई 1995 को वो आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के जज बने, फिर 5 दिसंबर 2005 को गुवाहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और फिर 2007 में सुप्रीम कोर्ट के जज बने। जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी ने साल 1991 में आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट जज के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद वो सुप्रीम कोर्ट के जज बने। बताया जाता है कि उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ बिना किसी दबाव के काम किया, और कई अहम फैसलों में अपनी भूमिका निभाई। इंडिया गठबंधन ने बी. सुदर्शन रेड्डी का नाम लेकर बड़ा दांव खेल दिया है।
Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 21 August 2025 at 12:07 IST