अपडेटेड 30 August 2024 at 06:59 IST

वडोदरा से देवभूमि द्वारका तक... बाढ़-बारिश से गुजरात बेहाल, CM ने की समीक्षा बैठक; कहां कैसे हालात?

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भारी बारिश के बाद राहत कार्यों की समीक्षा करने के लिए देवभूमि द्वारका का दौरा किया। साथ ही वह पीड़ितों से भी मिलें।

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गुजरात में बाढ़ | Image: PTI

Gujarat Floods News: गुजरात इस वक्त बाढ़ की मार झेल रहा है। बीते कुछ दिनों से भारी बारिश होने की वजह से कई जगहों पर हालात खराब हो गए। चारों ओर केवल पानी ही पानी दिख रहा है। भारी बारिश और बाढ़ की वजह से हजारों लोग प्रभावित हुए हैं।

गुजरात में बीते चार से पांच दिनों में बारिश से जुड़ी घटनाओं की वजह से जहां 30 लोगों की मौत हो गई, तो वहीं 18 हजार से ज्यादा का रेस्क्यू कर उन्हें बचाया गया है। NDRF के साथ सेना ने भी मोर्चा संभाल लिया है और बाढ़ में फंसे लोगों का रेस्क्यू किया जा रहा है।

CM ने की पीड़ितों से मुलाकात

इस बीच मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भारी बारिश के बाद राहत कार्यों की समीक्षा करने के लिए देवभूमि द्वारका का दौरा किया। गुरुवार (30 अगस्त) को उन्होंने बाढ़ प्रभावित इलाकों का सर्वे किया। साथ ही सीएम भूपेंद्र पटेल और राज्य के गृह मंत्री हर्ष घवी ने वडोदरा के सरकारी स्कूलों में पीड़ितों से मुलाकात भी की।

बैठक में दिए ये निर्देश

इस दौरान सीएम ने अलग-अलग बैठकों का हिस्सा बन हालातों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल कच्छ जिले में भारी बारिश और संभावित तूफान के पूर्वानुमान के बाद वडोदरा से गांधीनगर स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर पहुंचे। उन्होंने जिला कलेक्टर के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इस प्राकृतिक आपदा के खिलाफ व्यवस्था की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने ने इस आपदा से लोगों को बचाने के लिए जहां भी जरूरी हो, तत्काल प्रभाव से लोगों को निकालने के निर्देश दिए हैं।

कहां कैसे हालात?

गुजरात के 18 जिलों में इस वक्त हालात काफी खराब बताए जा रहे हैं। इसमें कच्छ, द्वारका, जामनगर, मोरबी, जूनागढ़, राजकोट, खेड़ा, पोरबंदर, बोटाद और भावनगर शामिल बताए जा रहे हैं।

  • कई जगहों पर बारिश-बाढ़ से हाहाकार मचा है। स्टेट हाईवे, नेशनल हाईवे और दूसरी सड़कें ठप पड़े हैं। कारों से लेकर पुल, सड़कें सबकुछ बह गईं। बस अड्डा डूब गया।
  • कई नदियां डेंजर लेवर के ऊपर बह रही हैं। गांव सैलाब में डूबे चुके हैं।
  • जामनगर में बाढ़ ने लोगों को घरों को घरों में कैद कर दिया। घर के अंदर और बाहर दोनों जगह ही केवल पानी ही पानी हैं।
  • हालात ऐसे हो गए हैं कि मगरमच्छ घर की छतों तक पहुंचने लगे हैं।  बीते दिन वडोदरा के एक घर से 15 फुट का मगरमच्छ को पकड़ा गया।
  • वडोदरा के कुछ इलाकों में 10 से 12 फीट तक पहुंच गया। ऐसे में जान बचाने के लिए लोग अपने घरों की छतों पर रेस्क्यू टीम का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि अब वडोदरा में हालात पहले से थोड़े बेहतर बताए जा रहे हैं।
  • छोटा उदयपुर का हाल भी बेहद ही खराब है। यहां बाढ़ की वजह से 50 साल पुराना पुल बह गया।
  • कच्छ से कुछ तस्वीरें और वीडियोज सामने आ रही हैं, जहां बाढ़ की भयावह स्थिति देखी जा सकती है।

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Published By : Ruchi Mehra

पब्लिश्ड 30 August 2024 at 06:57 IST