अपडेटेड 24 September 2021 at 21:08 IST
उत्तराखंड: केदारनाथ मंदिर के पास दिखे कई दुर्लभ किस्म के फूल, खूबसूरती देख आश्चर्य में पड़े लोग
उत्तराखंड (Uttarakhand) में केदारनाथ (Kedarnath Temple) मंदिर के पास वासुकी ताल झील (Vasuki Tal lake) के पास कई तरह के असामान्य फूल देखे गए हैं।
उत्तराखंड (Uttarakhand) में केदारनाथ (Kedarnath Temple) मंदिर के पास वासुकी ताल झील (Vasuki Tal lake) के पास कई तरह के असामान्य फूल देखे गए हैं। केदारनाथ वन विभाग (Kedarnath Forest Division) के संभागीय वन अधिकारी (Divisional Forest Officer) अमित तंवर (Amit Tanwar) ने गुरुवार को एएनआई को बताया, "हमने वासुकी ताल के पास नीलकमल (Neelkamal) सहित कई दुर्लभ प्रकार के फूलों को देखा है।"
नीलकमल, सोलिया और अन्य जैसे फूल वासुकी ताल के पास लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण बन गए हैं। अधिकारी ने आगे कहा कि ये फूल लंबे समय से नहीं देखे गए हैं क्योंकि नीलकमल (NeelKamal) और सोलिया (Soliya) की प्रजातियां असाधारण हैं।
बता दें कि इस महीने की शुरुआत में नैनीताल हाई कोर्ट ने चारधाम यात्रा पर प्रतिबंध हटा दिया था। आदेश के अनुसार इस यात्रा में कोविड-19 की निगेटिव रिपोर्ट वाले यात्री ही शामिल हो सकते हैं। सभी यात्रियों को कोरोना से बचाव के लिए दिए गए निर्देशों का सख्ती से पालन करना होगा। चार धाम की यात्रा में केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री शामिल हैं।
हाईकोर्ट द्वारा दिए गए आदेश के अनुसार, केदारनाथ धाम में प्रतिदिन केवल 800, बद्रीनाथ धाम में 1200, गंगोत्री धाम में 600 और यमुनोत्री धाम में 400 श्रद्धालुओं को दर्शन करने की अनुमति होगी। यात्रा को सफल करने के लिए एक पुलिस बल साथ भेजा जाएगा और कुछ पुलिस दल चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी जिलों में तैनात किए जाएंगे। अदालत ने पूजा करने वालों को पवित्र स्नान करने के लिए पानी में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ-साथ हाई कोर्ट को चारधाम धाम यात्रा शुरू करने का आदेश देने के लिए लोगों ने धन्यवाद कहा। पुजारियों के अनुसार, यात्रा रद्द होने के बाद से हजारों लोग काम से बाहर हो गए हैं, क्योंकि उनकी आजीविका इसी पर निर्भर है। कोरोना महामारी के कारण आर्थिक विकास और तीर्थ स्थलों के क्षेत्र में व्यवसाय बंद हो गए हैं।
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 24 September 2021 at 21:08 IST