अपडेटेड 7 February 2024 at 21:19 IST
'पांडवों ने 5 गांव मांगे थे, हिंदुओं ने तीन मंदिर और...' काशी, मथुरा पर सीएम योगी का बड़ा बयान
Cm Yogi ने कहा अयोध्या के साथ अन्याय हुआ, जब मैं अन्याय की बात करते है तो हमको 5 हजार वर्ष पुरानी बात याद आती है।
UP Vidhan Sabha Session : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा में भाग लेते हुए तीखे शब्दबाण छोड़े। योगी आदित्यनाथ ने काशी और मथुरा को लेकर बड़ा बयान दिया है। सीएम योगी ने कहा कि महाभारत में पांडवों ने कौरवों से 5 गांव मांगे थे और हिंदू 3 मंदिर मांग रहे थे, लेकिन वो भी नहीं दिए। विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि सनातन धर्म की आस्था के तीन प्रमुख स्थलों अयोध्या, काशी और मथुरा का विकास रोका गया था। ये सामान्य स्थल नहीं है ईश्वर के अवतरण की धरती हैं।
सीएम ने कहा कि अयोध्या के साथ अन्याय हुआ, जब मैं अन्याय की बात करता हूं, तो हमको 5 हजार साल पुरानी बात याद आती है। कृष्ण कौरवों के पास गए थे और कहा था-
बस दे दो केवल 5 ग्राम, रखो अपनी धरती तमाम, हम वही खुशी से खाएंगे, परिजन पर असि न उठाएंगे। लेकिन, दुर्योधन वो भी दे न सका, असीस समाज की ले न सका।
पांडवों ने 5 गांव मांगे थे, हिन्दू 3 मंदिर मांग रहे
सीएम ने कहा कि यही अयोध्या, काशी और मथुरा के साथ हुआ है। हमने भी तो यही कहा था। भगवान श्रीकृष्ण ने यही तो कहा था- देना है तो आधा दो, लेकिन इसमे भी यदि बाधा हो, तो दे दो केवल पांच ग्राम। उन्होंने 5 ग्राम की बात की, लेकिन यहां का समाज यहां की आस्था केवल तीन की ही बात कर रहे थे। ये तीन भूमि ही तो है जो हमारी आस्था का केंद्र है। जब राजनीति का तड़का लगने लगता है और वोट की राजनीति होती है, तो वही से विवाद होता है।
कृष्ण कन्हैया कहां मानने वाले हैं…
सीएम योगी ने विधानसभा में इशारों ही इशारों में बड़ी बात कह दी। सीएम ने कहा- अयोध्या का उत्सव जब हमारे नंदी बाबा ने देखा, तो कहां मानने वाले थे। रात में बैरिकेडिंग तुडवा डाले। इसके बाद हमारे कृष्ण कन्हैया कहां मानने वाले हैं। ये सामान्य स्थल नहीं है, ईश्वर के अवतरण की धरती है। पिछली सरकारों में अयोध्या कर्फ्यू में रही।
सीएम योगी ने विधानसभा में बागपत के लाक्षागृह का भी मुद्दा उठाया। सीएम ने कहा- लाक्षागृह का तो अपना इतिहास है। अब न्यायलय का फैसला लाक्षागृह के पक्ष में आया है। कोर्ट के आदेश का सम्मान होना चाहिए।
'नीति भी साफ और नियत भी'
योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'हमारी आस्था थी। नीति भी साफ थी और नियत भी बहुत स्पष्ट थी। अयोध्या को उसकी पहचान दिलाई गई है। अगर मैं अयोध्या और काशी गया हूं, तो नोएडा और बिजनौर भी गया हूं। अयोध्या को इसलिए अभिशप्त कर दिया गया था क्योंकि वोट बैंक कट जाएगा, और लोग नोएडा और बिजनौर इसलिए नहीं जाते थे कि वहां जाने पर कुर्सी से उतर जाएंगे। हमने कहा कि इन चारों जगह पर तो हम जरूर जाएंगे।'
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 7 February 2024 at 16:50 IST