अपडेटेड 14 January 2025 at 16:33 IST
महाकुंभ के बीच UP से बड़ी खबर, प्रयागराज-वाराणसी को मिलाकर बनेगा नया धार्मिक क्षेत्र, बढ़ेगा रोजगार.. आपका जिला भी तो नहीं?
बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी और संगम नगरी प्रयागराज को मिलाकर एक नया धार्मिक क्षेत्र बनाया जाएगा।
UP: बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी और संगम नगरी प्रयागराज को मिलाकर एक नया धार्मिक क्षेत्र बनाया जाएगा। नीति आयोग के सुझाव पर उत्तर प्रदेश सरकार वाराणसी प्रयागराज योजना क्षेत्र विकसित करेगी। इस योजना के अंतर्गत इन दोनों शहरों को मिलाकर कुल 7 जिले शामिल किए जाएंगे जिसका दायरा 22,000 वर्ग किलोमीटर का होगा, इसके लिए प्रदेश सरकार ने वाराणसी और प्रयागराज को मिलाकर क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण के गठन की तैयार करने जा रही है।
इस क्षेत्र का विकास धार्मिक विकास क्षेत्र के तौर पर किया जाएगा। यह विकास क्षेत्र जहां अत्याधुनिक तकनीक से लैस होगा वहीं औद्योगिक क्षेत्र और नॉलेज पार्क की व्यवस्था भी की जाएगी। साथ ही क्षेत्र में स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के बड़े अवसर भी उपलब्ध कराए जाएंगे। जो 7 जिले इस धार्मिक विकास क्षेत्र का हिस्सा होंगे वहां पर युवाओं के लिए रोजगार के नित्य नए अवसर मिलेंगे। मिली जानकारी के अनुसार नीति आयोग ने साल 2047 तक भारत को 30 खरब डालर की अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए उत्तर प्रदेश के संदर्भ में जो खाकर तैयार किया है उसमें आयोग ने प्रदेश के कई क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण का गठन करने का सुझाव दिया है। इसी कड़ी में प्रदेश सरकार ने पहले चरण में वाराणसी और प्रयागराज के धार्मिक को ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण के गठन का फैसला किया है।
नीति आयोग के सुझाव पर नया धार्मिक क्षेत्र का निर्माण
नीति आयोग के सुझाव के आधार पर ही आवास विभाग ने इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने इससे संबंधित प्रस्ताव के प्रस्तुतीकरण के बाद अब वाराणसी प्रयागराज क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण के गठन की प्रक्रिया का काम शुरू किया जा चुका है। सूत्रों की मांने तो प्रस्तुतीकरण देखने के बाद सीएम योगी ने आवास विभाग को सुझाव दिया है इसे विकसित करने के लिए ऐसी योजना बनाई जाए जिसका फायदा यहां के निवासी और युवाओं को ज्यादा से ज्यादा मिले। इसके अंतर्गत शहरों को ग्रोथ हब के रूप में योजना पर तरीके से विकसित करने का प्रस्ताव है।
इन 7 जिलों को मिलेगा नया धार्मिक क्षेत्र का फायदा
प्रदेश में बनने जा रही नई धार्मिक नगरी का फायदा काशी और प्रयागराज सहित सभी सात जिलों को मिलेगा। काशी में बाबा विश्वनाथ मंदिर, काल भैरव मंदिर और सारनाथ हैं वहीं गाजीपुर में गंगा उत्तरायण है। प्रयागराज में संगम होने के साथी पूरा धार्मिक क्षेत्र है यही कारण है कि वाराणसी प्रयागराज क्षेत्र को धार्मिक उद्योग और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। नए धार्मिक क्षेत्र बनने से छोटे मजले और बड़े व्यापारियों को लाभ मिलेगा। नए-नए रोजगारों का सृजन होगा, नए-नए होटल, सुविधा, संचार, पर्यटन, परिवहन तमाम क्षेत्रों में नए-नए रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। कुल मिलाकर नीति आयोग के सुझाव पर प्रदेश सरकार जिस तरह अमल कर रही है वह निश्चित ही विकसित भारत के लक्ष्य को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इन जिलों को मिलेगा सीधा फायदा
- प्रयागराज
- वाराणसी
- चंदौली
- गाजीपुर
- जौनपुर
- मिर्जापुर
- भदौही
प्रदेश के विकास के लिए क्षेत्रीय विकास जरूरी - मनोज सिंह, मुख्य सचिव
मुख्य सचिव मनोज सिंह ने कहा है कि प्रदेश के विकास के लिए क्षेत्रीय विकास जरूरी है। क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण का गठन इसीलिए किया जा रहा है ताकि प्रदेश के विकास में तरक्की हो सके इसी क्रम में वाराणसी प्रयागराज क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण के गठन की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है कुछ संशोधन के बाद इसे अंतिम रूप दिया जाएगा।
इसे भी पढ़ें: महाकुंभ: मकर संक्रांति पर 1.60 करोड़ लोगों ने लगाई डुबकी
Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 14 January 2025 at 16:33 IST