अपडेटेड 11 September 2024 at 19:16 IST
दहशत: बहराइच में भेड़िया तो लखीमपुर में बाघ हुआ आदमखोर, किसान को चबा डाला, 24 कैमरा-ड्रोन से निगरानी
बाघ किसान की पूरी गर्दन चबा गया था। बाघ ने जब किसान की गर्दन पर हमला किया और ग्रामीण मौके पर पहुंचे, तो व्यक्ति का शव खून से लथपथ पड़ा रहा था।
Tiger Attack in Lakhimpur Kheri: लखीमपुर खीरी में बाघ का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा, गोला कोतवाली में मूड़ा अस्सी गांव के एक खेत में गन्ना बांधने गए 40 साल के किसान जाकिर पर बाघ ने हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही उनकी मौत हो गई। क्योंकि बाघ किसान की पूरी गर्दन चबा गया था। बाघ ने जब किसान की गर्दन पर हमला किया और ग्रामीण मौके पर पहुंचे, तो व्यक्ति का शव खून से लथपथ पड़ा रहा था।
जिसके बाद ग्रामीणों ने लाठी-डंडों के साथ हांका लगाते हुए बाघ को खेत से भगाने की कोशिश की, लेकिन बाघ अचानक मौके से गायब हो गया, लेकिन बताया जा रहा है कि बाघ खेतों में ही छिपा हुआ है। वहीं इस घटना से मृतक किसान के परिजन गहरे सदमे में हैं और उनका रो-रो कर बुरा हाल है। क्योंकि बाघ ने किसान पर बुरी तरह हमला किया और गर्दन को शरीर से अलग करने की कोशिश की, मृतक के परिजनों ने जब किसान को देखा तो उनका बुरा हाल हो गया।
इससे पहले भी मारा था एक किसान
इससे पहले 27 अगस्त को इसी इलाके में बाघ ने किसान अमरीश को मौत के घाट उतारा था। बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग ने 4 पिंजड़े लगाए हैं और ड्रोन के साथ 24 कैमरों से निगरानी की जा रही है, लेकिन अब तक बाघ को पकड़ने में विभाग नाकाम रहा है। बाघ के हमले से इलाके में दहशत का माहौल है।
बहराइच में 5 भेड़िए पकड़े गए, एक बाकी
यूपी के बहराइच जिले के लगभग 50 गांवों में खौफ का दूसरा नाम बन चुके आदमखोर भेड़ियों के झुंड में शामिल पांचवां भेड़िया मंगलवार को पकड़ लिया गया था। अब वन विभाग को 'अल्फा उर्फ लंगड़ा सरदार' की तलाश है। ये वहीं भेड़िया है जिसे आदमखोरों के इस झुंड का सरदार बताया जा रहा है। कहा ये भी जा रहा है कि सभी साथियों के पकड़े जाने के बाद से लंगड़ा भेड़िया और खूंखार हो गया है।
कहां है बदले की प्लानिंग करने वाला भेड़ियों का लंगड़ा सरदार?
मंगलवार की देर रात उसने 11 साल की दो बच्चियों पर हमला कर दिया। हालांकि समय रहते लोग जाग गए और भेड़िए को वहां से भागना पड़ा। बच्चियों को जख्मी हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बता दें कि इन आदमखोर भेड़ियों (Wolf Attack) के झुंड ने जुलाई से अब तक 11 लोगों को अपना निवाला बनाया है। मरने वालों में 9 बच्चे शामिल हैं। वहीं 50 से ज्यादा लोगों को भेड़ियों के झुंड ने घायल कर दिया है।
झुंड का लंगड़ा भेड़िया पकड़ना जरूरी
वन अधिकारी अजीत प्रताप सिंह ने को बताया कि मंगलवार की सुबह पांचवां भेड़िया हरभंसपुर गांव के पास घाघरा नदी के किनारे पकड़ा गया। सोमवार रात को इलाके में भेड़िये के पैरों के निशान पाए गए थे, जिसके बाद चार टीमों ने इलाके को सुबह घेर लिया और भेड़िया जाल में फंस गया। अधिकारी ने बताया कि यह पता चला है कि आदमखोर भेड़िए के झुंड में एक लंगड़ा भेड़िया भी शामिल है लेकिन मंगलवार को जो भेड़िया पकड़ा गया है वह लंगड़ा नहीं है। जब तक उसे नहीं पकड़ लिया जाता तब तक परेशानी खत्म नहीं होगी।
लंगड़ा भेड़िया क्यों हुआ और खूंखार?
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार जब भी भेड़ियों को पकड़ा जाता है उसके साथी आक्रामक हो जाते हैं। जब पहली बार चार भेड़ियों को पकड़ा था, तब भी हमले तेज हो गए थे। अब पांचवें भेड़िए को पकड़े जाने के बाद लंगड़ा भेड़िया और आक्रामक हो गया है। इसके चलते उसने एक ही रात में 2 हमले कर दिए।
Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 11 September 2024 at 16:27 IST