अपडेटेड 2 June 2025 at 19:31 IST
अब्बू, मामा, फुफेरे भाई की थी गंदी नजर, हलाला और हिजाब पसंद नहीं, तो महक खान ने हिंदू-रीति रिवाज से ऋषि संग करली शादी
Bareilly news : पिता की मौत के बाद महक खान अपने सौतेले अब्बू के घर रहने लगी थी, लेकिन वो उसपर गंदी नजर रखता था। वहां से बचकर ननिहाल गई, तो मामा भी अपनी मर्दाया भूल गया।
UP News : एक लड़की के लिए उसके पिता का घर सबसे सुरक्षित होता है, लेकिन क्या हो जब पिता गुजर जाए और सौतेला बाप गंदी नजर रखने लगे? ऐसा ही दर्द झेला है उत्तराखंड के काशीपुर की रहने वाली महक खान ने। महक के पिता वसीम अहमद की मौत के बाद उसकी मां शबाना खान ने दूसरी शादी करली थी, लेकिन उसका सौतेला अब्बू महक पर गंदी नजर रखने लगा। इसके बाद महक की पूरी जिंदगी ही बदल गई।
मां की दूसरी शादी के बाद महक खान अपने सौतेले अब्बू के घर रह रही थी। यहां हर दिन वो घुट-घुटकर जीत थी, क्योंकि उसका सौतेला अब्बू गंदी नजर रखता था। इसके बाद उसे ननिहाल भेज दिया गया। आरोप है कि यहां उसके मामा ने भी गंदी नजर रखनी शुरू कर दी और उसका फुफेरा भाई महक पर निकाह करने का दबाव बनाने लगा। इस सबसे महक इतना आहत हुई कि उसने इस्लाम धर्म छोड़कर सनातन धर्म अपना लिया।
प्रेमी ऋषि राय संग रचाई शादी
अपने सौतेले अब्बू, माम और फुफेरा भाई की ओछी हरकतों से महक इतनी परेशान हुई कि उसने धर्म परिवर्तन कर बरेली के युवक ऋषि राय से शादी करदी। महक की मुलाकात ऋषि से करीब तीन साल पहले बरेली में हुई थी। धीरे-धीरे दोनों की मुलाकात दोस्ती प्यार में बदल गई। महक उन दिनों अपने माता-पिता के साथ बरेली में रहती थीं। आचार्य के.के शंखधार ने महक और ऋषि का विवाह हिंदू रीति-रिवाज के साथ कराया है। महक और ऋषि दोनों के परिजन शादी के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन दोनों एक-दुसरे से बहुत प्यार करते हैं।
हलाला और हिजाब पसंद नहीं
महक ने आरोप लगाया है कि उनका फुफेरा भाई भी उसे परेशान करता था। उसने महक से निकाह करने का दबाव बनाया था और घरवाले भी उसकी बात सुनने को तैयार नहीं थे। महक को इस्लाम धर्म में होने वाले हलाला, बहुविवाह और हिजाब भी पसंद नहीं है। इसलिन उसने हिंदू धर्म में आस्था दिखाते हुए सम्मान और सुरक्षा की भावना से अपनी स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन कर लिया है।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 2 June 2025 at 19:31 IST