अपडेटेड 17 November 2025 at 14:46 IST

UP: सोनभद्र खदान हादसे में बड़ा एक्शन, खदान मालिक गिरफ्तार, मृतकों की सामने आई लिस्ट; कई मजदूर अब भी फंसे

UP, Sonbhadra Mine Collapse Accident: सोनभद्र खदान हादसे में अबतक 6 मजदूरों के शव मिल चुके हैं। कई मजदूर अब भी फंसे हुए हैं, जिन्हें बचाने के लिए NDRF-SDRF और पुलिस की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं। इस बीच खदान के मालिक मधुसूदन सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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sonbhadra mine collapse | Image: X

Sonbhadra Mine Collapse: यूपी के सोनभद्र के बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र में हुए दर्दनाक हादसे में बड़ा एक्शन हुआ है। घटना में आरोपी खदान मालिक मधुसूदन सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, हादसे में मरने वाले मृतकों की संख्या भी बढ़कर 6 हो गई है। अब भी कई मजदूर मलबे में फंसे हैं। मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है। NDRF-SDRF और पुलिस की टीमें रेस्क्यू में जुटी हैं।

हादसा ओबरा थाना क्षेत्र के बिल्ली-मारकुंडी खनन क्षेत्र में शनिवार (15 नवंबर) दोपहर करीब ढाई से तीन बजे के बीच हुआ। यहां पत्थर खदान में ड्रिलिंग और ब्लास्टिंग के दौरान अचानक पहाड़ी का बड़ा हिस्सा ढह गया, जिससे कई मजदूर मलबे में दब गए।

पुलिस ने खदान मालिक को किया अरेस्ट 

हादसे में बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पट्टा धारक मधुसूदन सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। वो मिर्जापुर-सोनभद्र से एमएलसी और बाहुबली श्याम नारायण सिंह उर्फ विनीत सिंह का करीबी बताया जा रहा है। खदान में हुए हादसे के बाद प्रशासन ने मधुसूदन सिंह के अलावा दिलीप केसरी और एक अज्ञात के खिलाफ FIR दर्ज की थी।

अबतक 6 मजदूरों की मौत

वहीं, ओबरा खनन हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 6 हो गई है। जिला प्रशासन ने मृतकों की सूची जारी की, जिसमें मुताबिक इन मजदूरों ने हादसे में अबतक अपनी जान गवाई है।

1-  राजू सिंह गोंड (40 वर्ष), निवासी परसोई टोला अमेरीनिया ओबरा 
2 - संतोष यादव (30 वर्ष), करमसार, पनारी ओबरा 
3- इंद्रजीत यादव (32 वर्ष),  करमसार, पनारी ओबरा
4-  रविन्द्र उर्फ नानक (18 वर्ष), कचनरवा कोन 
5- रामखेलावन (32 वर्ष), निवासी खाडर पनारी
6- कृपाशंकर, निवासी खाडर पनारी

इस बीच मंत्री रविन्द्र जायसवाल ने घटनास्थल पर पहुंच वहां हालातों का जायजा लिया। उन्होंने मामले में त्रिस्तरीय कमेटी से जांच कराने की बात कही। मंत्री ने कहा कि कितना भी बड़ा दोषी हो कार्रवाई जरूर होगी। जिलाधिकारी द्वारा एनजीटी में हलफनामा दिए मामले की भी जांच होगी। उन्होंने मृतकों के परिवार को 20 लाख रुपये मुआवजा देने की भी बात कही। 

रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी

जहां ये हादसा हुआ, वो खदान 400 फीट गहरी राशपहरी पहाड़ी पर स्थित है, जो मेसर्स कृष्णा माइनिंग कंपनी को आवंटित थी। खदान में 9 कंप्रेशर पर कई मजदूर काम कर रहे थे। इसी दौरान पहाड़ का हिस्सा टूट गया। कई मजदूर अपनी जान बचाने के लिए वहां से भाग खड़े हुए, तो कुछ दब गए। जैसे ही इस घटना की सूचना मिली पुलिस मौके पर पहुंची और वहां बुलडोजर और क्रेन मंगाकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। NDRF, SDRF और फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर पहुंची। शनिवार रात से लेकर मलबा हटाने का काम लगातार जारी है, लेकिन अबतक टीमों को स्पॉट तक पहुंचने में सफलता नहीं मिल पाई है। रेस्क्यू में कई समस्याएं आ रही हैं।

रेस्क्यू के लिए डॉग स्क्वायड को भी लगाया गया है। अलग-अलग रास्तों पर जेसीबी पत्थरों को हटाने का काम कर रही है जिससे रास्ता समतल हो सके। रास्ता बनाकर कोशिश की जा रही है कि मशीन आगे बढ़ सके। इसके अलावा घटनास्थल पर अलग-अलग जगह से एंबुलेंस पहुंच गई है। पुलिसकर्मी खदान के हर कोने में तैनात हैं।

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Published By : Sujeet Kumar

पब्लिश्ड 17 November 2025 at 14:46 IST