अपडेटेड 9 January 2025 at 23:44 IST
ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाकुंभ में पहुंचे
संगम तीरे बसे महाकुम्भ नगर में अखाड़ों के भव्य प्रवेश के बाद बृहस्पतिवार को ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के आगमन पर बहुप्रतीक्षित धार्मिक यात्रा निकाली गई।
संगम तीरे बसे महाकुम्भ नगर में अखाड़ों के भव्य प्रवेश के बाद बृहस्पतिवार को ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के आगमन पर बहुप्रतीक्षित धार्मिक यात्रा निकाली गई। एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, कुंभ क्षेत्र में शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के आगमन की खुशी एक भव्य यात्रा के साथ मनायी गई जिसमें हजारों संत और साधु शामिल हुए।
यह महाकुंभ के एक महत्वपूर्ण चरण की शुरुआत है, जब चारों पीठों के शंकराचार्य संगम की पवित्र भूमि में प्रवेश कर रहे हैं। इस भव्य यात्रा ने भारत की सांस्कृतिक विरासत की विविधता और समृद्धि को भी प्रदर्शित किया। स्थानीय नागरिकों ने शहर भर में 108 स्थानों पर पुष्प वर्षा करते हुए यात्रा का गर्मजोशी से स्वागत किया।
उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं ताकि प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित होने वाले महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित माहौल सुनिश्चित किया जा सके।प्रयागराज को आस-पास के जिलों से जोड़ने वाले सात प्रमुख मार्गों की सुरक्षा के लिए ‘चक्रव्यूह’ सुरक्षा व्यवस्था की गई है। लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 1,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 9 January 2025 at 23:44 IST