अपडेटेड 21 November 2025 at 21:57 IST
Ram Mandir Dhwajarohan: राम मंदिर में 25 नवंबर को होगा भव्य ध्वजारोहण, PM मोदी समेत देश की नामचीन हस्तियां करेंगी शिरकत
Ram Mandir Dhwajarohan: 25 नवंबर को अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर केसरिया ध्वज फहराया जाएगा, जिसमें सूर्य, कोविदार वृक्ष और ओम के प्रतीक छपे होंगे।
Ram Mandir Dhwajarohan : विवाह पंचमी के पावन अवसर पर श्री राम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर केसरिया ध्वज फहराने की तैयारी जोरों पर है। 25 नवंबर को आयोजित होने वाला यह ध्वजारोहण मंदिर निर्माण की पूर्णता का संकेत देगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि इस ऐतिहासिक ध्वजारोहण का अर्थ है कि मंदिर का निर्माण कार्य अब पूर्ण हो चुका है और मंदिर अपनी दिव्यता के साथ भक्तों के लिए तैयार है। केसरिया रंग को सनातन परम्परा में त्याग, वीरता और भक्ति का प्रतीक कहा जाता है।
ध्वज पर 2 प्रमुख चिन्ह छपे हैं। एक कोविदार वृक्ष, जो रघुवंश की परम्परा में पवित्र माना जाता है, पारिजात और मंदिर के दिव्य संयोग से उत्पन्न माना गया है। दूसरा ‘ऊँ’ जो सभी मंत्रों का प्राण, सम्पूर्ण सृष्टि का प्रतिनिधित्व करता है। इन चिन्हों के साथ सूर्य (सूर्यवंश) का प्रतीक भी ध्वज पर प्रदर्शित किया गया है, जो राम के वंशज होने का संकेत देता है।
PM मोदी होंगे मुख्य अतिथि, टाइम टेबल जाने
- ध्वजारोहण का शुभ मुहूर्त अभिजीत काल में 11:47 से 12:29 के बीच निर्धारित किया गया है, जो भगवान राम के जन्म लग्न के साथ मेल खाता है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे और एक बटन दबाकर स्वचालित ध्वज‑होस्टिंग प्रणाली को सक्रिय करेंगे।
- 25 नवंबर को 12:00 से 12:30 ध्वजारोहण, 12:30 - 13:00 अभिषेक और आरती की जाएगी
- विशेष अतिथि: RSS प्रमुख मोहन भागवत, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और फिल्म‑जगत, खेल‑क्षेत्र की हस्तियां जैसे अमिताभ बच्चन, सचिन तेंदुलकर भी शामिल होंगे।
राम मंदिर में भव्य ध्वजारोहण की तैयारी
अयोध्या को बहु‑स्तरीय सुरक्षा घेरा में रखा गया है। UP पुलिस, CRPF, SSF और खास कमांडो की तैनाती के साथ 10 हजार से ज्यादा CCTV कैमरों और एंटी‑ड्रोन सिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा। वहीं, भक्तों को 25 नवंबर को मंदिर में दर्शन की अनुमति नहीं होगी। वे कार्यक्रम को घर से TV पर देख सकते हैं। विवाह पंचमी के साथ ध्वजारोहण का यह संयोग अयोध्या को इतिहास के पन्नों में एक नया अध्याय जोड़ देगा। केसरिया ध्वज, सूर्य‑कोविदार‑ओम के चिन्हों के साथ, धार्मिक आस्था का केंद्र बनेगा। साथ ही भारतीय संस्कृति और सभ्यता की गौरव गाथा को भी विश्व के सामने प्रस्तुत करेगा।
Published By : Sujeet Kumar
पब्लिश्ड 21 November 2025 at 21:57 IST