अपडेटेड 2 February 2024 at 18:16 IST

डाक टिकटों पर छाई भगवान राम और रामायण की गाथा, विदेशों में भी हो रहा जमकर प्रसार

Lord Ram: डाक टिकटों के माध्यम से दुनियाभर में प्रभु श्रीराम की महिमा का प्रचार-प्रसार हो रहा है।

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भगवान राम पर डाक टिकट | Image: Republic

राघवेंद्र पांडेय

Postage Stamps on Lord Ram: अयोध्या में सदियों से चला आ रहा इंतजार आखिरकार खत्म हुआ। 22 जनवरी वो ऐतिहासिक दिन था, जब अपने भव्य महल में रामलला विराजमान हुए। देश-विदेशों में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का जश्न देखने को मिला। अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई देश राममय नजर आए।

वहीं, प्राण प्रतिष्ठा से पहले पीएम मोदी ने भगवान राम से जुड़े डाक टिकट जारी किए। इन डाक टिकटों के माध्यम से दुनियाभर में प्रभु श्रीराम की महिमा का प्रचार-प्रसार हो रहा है। वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने इसको लेकर कहा कि डाक टिकटों के माध्यम से भगवान श्रीराम की महिमा और रामायण गाथा का देश-विदेश में हो रहा प्रसार हो रहा है। भारत के साथ विश्व के 20 से ज्यादा देशों ने रामायण से जुड़े चरित्रों और कथानकों पर समय-समय पर डाक टिकट जारी किए हैं। इसका मतलब यह है कि डाक टिकटों पर भी रामराज छाया हुआ है।

प्राण प्रतिष्ठा से पहले जारी किए थे डाक टिकट

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 जनवरी 2024 को 'श्रीराम जन्मभूमि मंदिर' को समर्पित 6 विशेष स्मारक डाक टिकट जारी किए। इनमें श्री राम जन्मभूमि मंदिर के साथ भगवान गणेश, भगवन हनुमान, जटायु, केवटराज और माता शबरी पर जारी डाक टिकट शामिल हैं। उन्होंने बताया कि ये डाक टिकट अब वाराणसी प्रधान डाकघर स्थित फिलेटली ब्यूरो में बिक्री के लिए उपलब्ध हैं।  

डाक टिकट की खासियत बताते हुए उन्होंने कहा कि यह सोने के वर्क से सुसज्जित है और यह चंदन की खुशबू से सुवासित थीं, जिसमें सूर्यवंशी राम के प्रतीक सूर्य की छवि के साथ पुण्य नदी सरयू का चित्र भी है। इसमें 'मंगल भवन अमंगल हारी, द्रवउ सो दसरथ अजिर बिहारी’ चौपाई के जरिए राष्ट्र के मंगल की कामना की गई। डाक टिकटों के मुद्रण में अयोध्या की पवित्र मिट्टी और सरयू के पवित्र जल का उपयोग करते हुए पंच महाभूतों के दर्शन से भी जोड़ा गया है।

भगवान राम से जुड़े पहले भी जारी हो चुके हैं डाक टिकट

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने आगे यह भी बताया कि इससे पहले डाक विभाग की ओर से रामायण के सभी महत्वपूर्ण प्रसंगों को दर्शाते हुए 11 स्मारक डाक टिकटों का सेट एक साल 2017 में जारी किया गया था। पीएम मोदी द्वारा इन टिकटों को वाराणसी के तुलसी मानस मंदिरमें जारी किया था। डाक टिकटों में माता सीता स्वयंवर से लेकर राम वनवास, भरत मिलाप, केवट प्रसंग, जटायु संवाद, शबरी संवाद, अशोक वाटिका में हनुमान-सीता संवाद, राम सेतु निर्माण, संजीवनी ले जाते हनुमान, रावण वध और भगवान राम के राजगद्दी पर बैठने के आकर्षक दृश्यों को दिखाया गया।

उन्होंने कहा कि इन डाक टिकटों से ऐसा महसूस होता है जैसे मानों पूरा रामराज ही इनमें उतर आया हो। वहीं, 5 अगस्त 2020 को जब अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का शिलान्यास हुआ था, उस कार्यक्रम को अविस्मरणीय बनाते हुए भी पीएम मोदी ने ‘श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्रतिरूप’ पर आधारित कस्टमाइज्ड डाक टिकट जारी किए थे।

'डाक टिकटों से विदेशों तक फैलाएंगे रामायाण की गाथा'

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक विभाग के जरिए लोगों को अपनी विरासत और संस्कृति से जोड़ने के लिए ऐसी कई डाक टिकटें जारी करता है, जिससे युवा पीढ़ी अपनी संस्कृति से अवगत हो सके। इसी क्रम में 'श्रीराम जन्मभूमि मंदिर' से लेकर रामायण के जुड़े विभिन्न प्रसंगों से जुड़े डाक टिकटों को भी समाहित किया गया है। ये डाक टिकट पत्रों पर लगकर विदेशों में भी जाएंगे, जहां रामायण की गाथा को लोगों तक फैलाएंगें।

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Published By : Sujeet Kumar

पब्लिश्ड 2 February 2024 at 18:16 IST