अपडेटेड 4 November 2025 at 18:56 IST
किन्नर अखाड़े में दो फाड़, ममता कुलकर्णी के बढ़ते कद से 'टीना मां' ने बनाया नया अखाड़ा; प्रयागराज में फूलों से हुआ पट्टाभिषेक
प्रयागराज से किन्नर समाज को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। किन्नर अखाड़े की प्रदेश अध्यक्ष स्वामी कौशल्या नंद गिरी, जिन्हें लोग टीना मां के नाम से जानते हैं, ने संगठन से अलग राह चुन ली है।
प्रयागराज से किन्नर समाज को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। किन्नर अखाड़े की प्रदेश अध्यक्ष स्वामी कौशल्या नंद गिरी, जिन्हें लोग टीना मां के नाम से जानते हैं, ने संगठन से अलग राह चुन ली है। उन्होंने मंगलवार को एक नए धार्मिक संगठन ‘सनातनी किन्नर अखाड़ा’ की स्थापना की घोषणा की। ‘सनातनी किन्नर अखाड़ा’ का विधिवत गठन प्रयागराज के नया बैरहना स्थित दुर्गा पूजा पार्क में सुबह 10 बजे किया गया। इसी दौरान भव्य समारोह में टीना मां को ‘आचार्य महामंडलेश्वर’ के पद पर प्रतिष्ठित किया गया, जिससे वे इस नवगठित अखाड़े की आध्यात्मिक प्रमुख बन गईं।
समारोह में देशभर से अनेक संत, सामाजिक कार्यकर्ता और किन्नर गुरुओं ने हिस्सा लिया। मुंबई की प्रसिद्ध अभिनेत्री और समाजसेवी गौरी सांमत, दिल्ली की तंत्र साधिका भवानी मां और डाली मां प्रमुख अतिथि रहीं। अयोध्या, वाराणसी, कानपुर, मिर्जापुर, प्रतापगढ़ और कौशांबी सहित विभिन्न शहरों से बड़ी संख्या में किन्नर समाज के सदस्य प्रयागराज पहुंचे।
किन्नर अखाड़े में ममता कुलकर्णी के बढ़ते वर्चस्व को लेकर नाराजगी
गौरतलब है कि किन्नर अखाड़े में महाकुंभ के दौरान महामंडलेश्वर बनाई गई पूर्व फिल्म अभिनेत्री ममता कुलकर्णी उर्फ यामाई ममता नंद गिरी के किन्नर अखाड़े में बढ़ते वर्चस्व को लेकर किन्नरों में नाराजगी चल रही थी। इसके बाद गोरखपुर में ममता कुलकर्णी के अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को लेकर दिए गए बयान ने आग में घी का काम किया। ममता कुलकर्णी को लेकर किन्नर अखाड़े में विवाद कितना बढ़ गया है कि किन्नर अखाड़े में दो फाड़ हो गया है।
आपको बता दें कि पुराना किन्नर अखाड़ा 2015 में उज्जैन में अस्तित्व में आया था और 2019 के प्रयागराज कुंभ में पहली बार औपचारिक रूप से शाही स्नान में सम्मिलित होकर सुर्खियों में आया था। फिलहाल उस अखाड़े का नेतृत्व डॉक्टर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के हाथों में है और उसका आध्यात्मिक संबंध जूना अखाड़े से जुड़ा हुआ है।
क्या बोलीं कौशल्या नंद गिरी उर्फ टीना मां
टीना मां ने सोमवार को कहा- हम अपने नए अखाड़े के जरिए सनातन को और मजबूत करेंगे। इससे सनातन धर्म का और विस्तार करेंगे। इसके लिए अगर हमें अपनी जान की आहुति भी देनी पड़ी तो भी हम पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने किन्नर अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर डॉक्टर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी पर तानाशाही पूर्ण तरीके से संचालित करने और फैसले लेने का आरोप लगाया है।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 4 November 2025 at 18:56 IST