अपडेटेड 13 July 2025 at 20:22 IST
UP: जिस रूट से गुजर रहे कावड़िए, वहां जूस में थूक और पेशाब मिलाकर बेचने का आरोप; गाजियाबाद में मचा हड़कंप
गाजियाबाद के थाना नंदग्राम क्षेत्र में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब सिहानी चुंगी चौकी के पास स्थित 'दिल्ली जूस कॉर्नर' पर जूस में थूक मिलाने का आरोप सामने आया।
गाजियाबाद के थाना नंदग्राम क्षेत्र में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब सिहानी चुंगी चौकी के पास स्थित 'दिल्ली जूस कॉर्नर' पर जूस में थूक मिलाने का आरोप सामने आया। यह जूस की दुकान कांवड़ यात्रा मार्ग पर स्थित है, जहां श्रावण मास के दौरान लाखों श्रद्धालु हरिद्वार की ओर गुजरते हैं। ऐसे में घटना ने न सिर्फ धार्मिक आस्था को चोट पहुंचाई, बल्कि कानून-व्यवस्था की भी गंभीर चुनौती पेश की।
शनिवार को कुछ स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि दुकान पर जूस में थूक और पेशाब जैसे आपत्तिजनक तत्व मिलाए जा रहे हैं। मौके पर पहुंची भीड़ ने दुकान से संदिग्ध पीले रंग की एक बोतल मिलने का भी दावा किया। देखते ही देखते बड़ी संख्या में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता घटनास्थल पर पहुंच गए और दुकान के नाम तथा उसके संचालन को लेकर आपत्ति जताई।
दुकान के नाम पर भी विवाद
हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया कि ‘दिल्ली जूस कॉर्नर’ नाम जानबूझकर भ्रामक रूप से रखा गया है ताकि यात्रियों को गुमराह किया जा सके। साथ ही यह भी दावा किया गया कि दुकान का संचालन मुस्लिम समुदाय के युवक कर रहे थे, जिससे धार्मिक तनाव का माहौल बनने लगा। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप करते हुए दुकान पर काम कर रहे दो मुस्लिम युवकों को हिरासत में ले लिया। पूछताछ के साथ-साथ फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट की टीम भी मौके पर पहुंची। खाद्य सुरक्षा अधिकारी भावना अगरिया के नेतृत्व में टीम ने जूस और अन्य सामग्री के सैंपल लेकर जांच के लिए लैब भेजे हैं।
घटनास्थल पर मौजूद एसीपी नंदग्राम पूनम मिश्रा ने बताया कि प्राथमिक जांच में जूस की गुणवत्ता और सामग्री को लेकर गंभीर अनियमितताएं पाई गई हैं। उन्होंने आमजन से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए चेताया कि अफवाह फैलाने या साम्प्रदायिक तनाव भड़काने वालों पर कठोर कानूनी कदम उठाए जाएंगे।
पहले भी सामने आया था ऐसा मामला
दिलचस्प बात यह है कि इससे एक दिन पहले विजयनगर थाना क्षेत्र के सिद्धार्थ विहार में 'भारत जूस' नाम की दुकान पर भी इसी तरह का आरोप सामने आया था। उस मामले में भी दुकान का संचालक मुस्लिम समुदाय से था और उसने हिंदू प्रतीकों का प्रयोग कर ग्राहकों को भ्रमित किया था।
साम्प्रदायिक तनाव की आशंका
कांवड़ यात्रा जैसे संवेदनशील धार्मिक अवसर पर इस तरह की घटनाएं सामाजिक सौहार्द्र को गहरा नुकसान पहुंचा सकती हैं। बढ़ती श्रद्धालुओं की संख्या और धार्मिक भावना को देखते हुए प्रशासन इस मामले को अत्यंत गंभीरता से ले रहा है।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 13 July 2025 at 20:22 IST