अपडेटेड 4 August 2025 at 22:50 IST

UP: CSC सेंटर की आड़ में चल रहा था गोरखधंधा, डिजिटल बडी WhatsApp ग्रुप पर चल रहा था खेल; फर्जी दस्तावेज गिरोह का पर्दाफाश

गिरोह के कब्जे से 08 लैपटॉप, 06 मोबाइल फोन, 10 सरकारी मुहरें, 19 फर्जी आधार कार्ड, 15 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र और ₹5100/- नगद बरामद किए गए हैं। यह गिरोह लंबे समय से CSC सेंटर की आड़ में फर्जीवाड़ा कर रहा था।

Follow :  
×

Share


CSC सेंटर की आड़ में चल रहा था गोरखधंधा, डिजिटल बडी WhatsApp ग्रुप पर चल रहा था खेल | Image: republic

UP News: पुलिस अधीक्षक कुशीनगर संतोष कुमार मिश्रा के निर्देशन व अपर पुलिस अधीक्षक निवेश कटियार के पर्वेक्षण में, क्षेत्राधिकारी सदर अजय कुमार सिंह के नेतृत्व में अपराध के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान में रविन्द्रनगर धूस थाना पुलिस व साइबर सेल की संयुक्त टीम को बड़ी सफलता मिली है। टीम ने फर्जी जन्म प्रमाण पत्र व आधार कार्ड बनाने वाले एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 05 शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। गिरोह के कब्जे से 08 लैपटॉप, 06 मोबाइल फोन, 10 सरकारी मुहरें, 19 फर्जी आधार कार्ड, 15 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र और ₹5100/- नगद बरामद किए गए हैं। यह गिरोह लंबे समय से CSC सेंटर की आड़ में फर्जीवाड़ा कर रहा था।

मोहन कुमार गौड़ था गिरोह का सरगना
 
पूछताछ में अभियुक्तों ने खुलासा किया कि इस गिरोह का सरगना मोहन कुमार गौड़ है, जो अपने अन्य साथियों दिलीप चौधरी, रजवन्त गुप्ता, असफाक अंसारी और सोनू कुमार यादव के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज बनवाता था। यह गिरोह लोगों से संपर्क करने के लिए "DIGITAL BUDDY" नामक व्हाट्सएप ग्रुप (मो. नं.8910563724) का इस्तेमाल करता था।ग्राहकों को त्वरित प्रमाण पत्र का झांसा देकर उनसे PhonePe जैसे डिजिटल माध्यमों से पैसे वसूले जाते थे। फिर जन्म प्रमाण पत्रों के QR कोड स्कैन कर उनके डेटा में हेरफेर कर कूट रचित आधार व जन्म प्रमाण पत्र तैयार किए जाते थे।

आईटी एक्ट व BNS की धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा

थाना रविन्द्रनगर धूस में अभियुक्तों के विरुद्ध मुकदमा संख्या 09/2025 के अंतर्गत धारा 419, 420, 467, 468, 471 भादवि, धारा 111(1), 61(2) बीएनएस, तथा 67C और D आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।पुलिस द्वारा मामले की गहन विवेचना की जा रही है एवं अन्य संभावित जुड़े अपराधियों की तलाश जारी है।

बरामद सामान की सूची

08 लैपटॉप (विभिन्न कंपनियों के), 06 मोबाइल फोन (एंड्रॉयड व मल्टीमीडिया), 10 कूट रचित सरकारी मुहरें, 19 फर्जी आधार कार्ड, 15 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र और 5100 रुपए नकद राशि (अपराध से अर्जित)।

इसे भी पढ़ें- IND vs ENG: सिराज-कृष्‍णा के जुनून ने लिखी क्रिकेट की सबसे रोमांचक स्‍क्रिप्‍ट, 'बैजबॉल' की बजा दी बैंड, ओवल में इंग्‍लैंड का घमंड चूर

 

Published By : Ankur Shrivastava

पब्लिश्ड 4 August 2025 at 22:50 IST