अपडेटेड 14 December 2025 at 16:31 IST
400 गज के घर में चल रही थी नकली दवा फैक्ट्री, गाजियाबाद के लोनी से नॉर्थ इंडिया में हो रही थी सप्लाई
गाजियाबाद में लोनी के मीरपुर गांव के एक मकान को फैक्ट्री बनाकर निकली दवाइयां तैयार की जा रही थी, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर 2 आरोपियों को पकड़ लिया है। वहीं नकली दवाओं को जला दिया गया है। जानें कैसे बनाई जा रही थी नकली दवाइयां।
Ghaziabad Fake drugs factory : गाजियाबाद के लोनी में नकली दवाई बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है। मीरपुर गांव में 400 गज के घर के अंदर भारी मात्रा में नकली दवाइयां बनाने वाली फैक्ट्री चल रही थी। क्राइम ब्रांच ने एक इनपुट के आधार पर इस जगह अचानक रेड मारी और भारी मात्रा में नकली दवाइयों की खेप बरामद की। इस मामले में श्रीराम और गौरव नामक 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से एक दवा सप्लायर है। वहीं अन्य साथियों की तलाशी भी जारी है।
आरोपियों ने इस जगह को इसलिए चुना क्योंकि ये शहर से काफी दूर है और गांव के अंदर है। रॉ मैटेरियल केमिकल मशीनरी सब इस फैक्ट्री के अंदर लगाया था और अच्छी नामी कंपनियों के नाम इस्तेमाल कर खुलेआम नकली दवाइयों को बनाकर नॉर्थ इंडिया में सप्लाई किया जा रहा था।
पुलिस ने सारी नकली दवाइयां जलाई
पुलिस ने बरामद की गई नकली दवाइयों को जला दिया है जिससे ये दवाइयां किसी गलत हाथों में न पहुंच पाए। फैक्ट्री के पड़ोस में रहने वाली एक महिला से जब बातचीत की तो उनका कहना था कि, ‘दिन के समय यहां कोई आता जाता नहीं था, लेकिन रात के समय यहां पर लोग आते थे। बहुत समय से लोग इस घर में आते जाते थे’
पिछले महीने पकड़ा 3 करोड़ का नकली सिरप
अधिकारियों के अनुसार, यह फैक्ट्री सितंबर महीने से चल रही थी। गोपनीय सूचना के आधार पर की गई छापेमारी में भारी मात्रा में नकली दवाएं, कच्चा माल, पैकिंग मशीनें और लेबल बरामद हुए हैं। इससे पहले भी पिछले महीने गाजियाबाद पुलिस ने 3 करोड़ रुपये का नकली कफ सिरप पकड़ा था, जिसके तार अलग-अलग राज्यों और बांग्लादेश से जुड़े थे।
औषधि विभाग के अधिकारियों ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि बरामद की गई दवाइयों के सैंपल जांच के लिए लैब भेजे गए हैं। ताकि उनकी गुणवत्ता और रासायनिक संरचना की पुष्टि की जा सके। वही प्रशासन ने इस फैक्ट्री को सील कर दिया है।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 14 December 2025 at 16:31 IST