अपडेटेड 30 May 2025 at 17:04 IST

रोजगार के मौके और अर्थव्यवस्था मजबूत... अयोध्या राम मंदिर निर्माण से क्या फायदा हुआ?

अयोध्या का राम मंदिर भारत की सांस्कृतिक पहचान और आस्था का प्रतीक है। प्राण प्रतिष्ठा के बाद एक साल में 13 करोड़ से अधिक लोगों ने राम मंदिर के दर्शन किए हैं। ये देश का तीसरा सबसे बड़ा धार्मिक स्थल है।

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अयोध्या राम मंदिर निर्माण से क्या फायदा हुआ? | Image: X/ShriRamTeerth

Ram mandir : अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण भारत के इतिहास में मील का पत्थर साबित हुआ है। राम मंदिर ने न केवल भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक एकता को मजबूत किया, बल्कि अयोध्या को आर्थिक और पर्यटन के नक्शे पर एक नई पहचान दिलाई है। यह भारत के विकास और गौरव की कहानी है। सोशल मीडिया पर अक्सर लोग सवाल करते हैं कि राम मंदिर बनने से देश और समाज को क्या फायदा हुआ? तो चलिए, इसकी पड़ताल करते हैं।

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण से स्थानीय लोगों की प्रति व्यक्ति आय, रोजगार और प्रदेश की GDP तेजी से बढ़ रही है। इसके अलावा कैंद्र सरकार को मोटा मुनाफा हो रहा है। श्री राम मंदिर के कारण अयोध्या को वैश्विक पहचान मिली है। राम मंदिर हिंदुओं के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल बन गया है, जो भगवान राम की जन्मभूमि पर बना है। यह सनातन धर्म के अनुयायियों के लिए आध्यात्मिक गौरव का प्रतीक है। प्राण-प्रतिष्ठा के बाद डेढ़ से 2 लाख लोग रोजाना अयोध्या आ रहे हैं।

रामलला दर्शन के लिए लगी श्रद्धालुओं का कतार

स्थानीय अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाई

राम मंदिर निर्माण ने अयोध्या को धार्मिक पर्यटन का एक बड़ा केंद्र बना दिया है। प्राण प्रतिष्ठा के बाद, यानी 22 जनवरी 2024 के एक साल में 13 करोड़ से अधिक लोगों ने राम मंदिर के दर्शन किए हैं। श्रद्धालुओं के इस आंकड़े ने स्थानीय अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। जब राम भक्त अयोध्या आते हैं तो होटलों में रुकते हैं, खरीदारी करते हैं, मंदिरों के दर्शन कर राम मंदिर का मॉडल, श्री राम ध्वज या प्रसाद के रूप में कुछ ना कुछ अपने साथ अपनी घर ले जाते हैं। इससे पूजा सामग्री बेचने वाले, फूल बेचने वाले, छोटे हस्तशिल्प उद्योग, होटल उद्योग, पानी बेचने वाले या खुदरा विक्रेताओं की आय में तीन से चार गुना की बढ़ोतरी देखी गई है। इससे रोजगार के साथ ही प्रति व्यक्ति आय भी बढ़ रही है। इसके अलवा रेलवे, राज्य परिवहन और एयरलाइन्स को भी मुनाफा हो रहा है। 

तीसरा सबसे बड़ा धार्मिक स्थल

फरवरी, 2025 तक राम मंदिर की सालाना आय 700 करोड़ रुपये से अधिक हो गई है। सालाना चढ़ावे के मामले में राम मंदिर ने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर, जम्मू के श्री माता वैष्णो देवी मंदिर और शिरडी के श्री साईं मंदिर को पीछे छोड़ दिया है। राम मंदिर, आंध्र प्रदेश में स्थित भगवान विष्णु के अवतार श्री वेंकटेश्वर को समर्पित तिरुपति बालाजी मंदिर और केरल के तिरुअनन्तपुरम में स्थित भगवान विष्णु के प्रसिद्ध श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर के बाद देश का तीसरा सबसे बड़ा धार्मिक स्थल बन गया है।

सामाजिक और सांस्कृतिक एकता

राम मंदिर सिर्फ एक भव्य इमारत नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक पहचान और आस्था का प्रतीक है। इसके निर्माण ने देश भर में लोगों को एकजुट किया है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में देश के कोने-कोने से लोग शामिल हुए। राम मंदिर ने सामाजिक एकता को बढ़ावा दिया है। मंदिर निर्माण के लिए देश भर के हिंदू, जैन, सिख मंदिरों, समुद्र और नदियों से मिट्टी और पवित्र जल भेजा गया था। इसके अलावा विदेशों से जैसे नेपाल, अमेरिका और कनाडा के मंदिरों से भी योगदान आया। यह मंदिर न केवल हिंदुओं की आस्था का केंद्र है, बल्कि यह देश की सांस्कृतिक विरासत को भी विश्व पटल पर लेकर गया है।

बुनियादी ढांचे का विकास

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण ने बुनियादी ढांचे को नया रूप दिया है। नई सड़कें, रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डे के विकास ने हजारों लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा किए है और यात्रियों को विश्व स्तर की सुविधा दी है। इससे होटल, रेस्तरां और स्थानीय दुकानदारों का कारोबार कई गुना बढ़ गया है। स्टॉक रिसर्च फर्म जेफरीज का दावा है कि अयोध्या में एक साल में 5 करोड़ श्रद्धालु आ सकते हैं, जो मक्का और वेटिकन सिटी से भी अधिक है।

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 30 May 2025 at 17:04 IST