अपडेटेड 5 December 2024 at 13:48 IST
'संभल और बांग्लादेश की घटना एक जैसी, इनका DNA एक', CM योगी ने दिया बड़ा बयान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 500 साल पहले जो बाबर ने किया, वही संभल और बांग्लादेश में हो रहा है। संभल और बांग्लादेश की घटना एक जैसी है।
CM Yogi Adityanath: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संभल की हिंसा को लेकर जहां अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दे चुके हैं, तो अब उन्होंने संभल की घटना की तुलना बांग्लादेश के हालातों से की है। योगी आदित्यनाथ ने एक कार्यक्रम के दौरान बड़ा बयान देते हुए कहा कि संभल और बांग्लादेश की घटना एक जैसी है।
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ गुरुवार को अयोध्या के राम कथा पार्क में रामायण मेले के उद्घाटन कार्यक्रम में गए थे। मुख्यमंत्री योगी ने कहा- '500 साल पहले जो बाबर ने किया, वही संभल और बांग्लादेश में हो रहा है। संभल और बांग्लादेश की घटना एक जैसी है। इन (उपद्रवियों) सबका DNA एक है। दोनों घटनाओं में शामिल लोगों का DNA एक है।'
संभल हिंसा को लेकर भड़के CM योगी
योगी आदित्यनाथ ने अपने बयान में कहा, ‘याद कीजिए 500 साल पहले अयोध्या कुंभ में बाबर के आदमियों ने क्या किया था। संभल में भी यही हुआ था और बांग्लादेश में भी यही हो रहा है। तीनों की प्रकृति और डीएनए एक ही है। अगर कोई मानता है कि बांग्लादेश में ऐसा हो रहा है, तो वही तत्व यहां भी आपको सौंपने के लिए तैयार बैठे हैं। उन्होंने सामाजिक एकता को तोड़ने का पूरा इंतजाम कर रखा है। ये बातें करने वाले कुछ लोग ऐसे हैं, जिनकी विदेशों में संपत्ति है। अगर यहां कोई संकट आया, तो वो भाग जाएंगे और दूसरों को यहां मरने के लिए छोड़ देंगे।’
समाजवादी पार्टी पर सीएम योगी ने हमला बोला
समाजवादी पार्टी पर भी सीएम योगी ने जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि 'अयोध्या एक बार फिर आध्यात्मिक और सांस्कृतिक रूप से वैश्विक नगरी के रूप में नई पहचान के साथ आगे बढ़ रही है। याद कीजिए कैसे इसी साल जनवरी में पीएम नरेंद्र मोदी के प्रयासों से 500 साल बाद भगवान राम फिर से मंदिर में विराजमान हुए हैं। जो कोई भी भगवान राम और माता जानकी का सम्मान नहीं करता, चाहे वो आपके कितने भी प्रिय क्यों ना हों, उन्हें दुश्मन की तरह त्याग देना चाहिए। इसीलिए राम भक्तों ने 1990 में नारा दिया था, 'जो राम का नहीं हमारे किसी काम का नहीं'।
सीएम योगी ने आगे कहा- ‘राम मनोहर लोहिया राजनीति में आदर्शों के प्रतीक माने जाते हैं। आज की राजनीति में सच्चा समाजवादी संपत्ति और संतान के मोह से मुक्त होता है। हालांकि, आज के समाजवादी परिवारवादी हो गए हैं। अपराधियों और गुंडों के संरक्षण के बिना उनकी हालत पानी के बिना तड़पती मछली जैसी हो जाती है। वो लोहिया के नाम पर राजनीति करते हैं लेकिन उनके एक आदर्श को भी अपना नहीं पाते हैं।’
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 5 December 2024 at 12:45 IST