अपडेटेड 8 January 2025 at 11:02 IST
जोड़ने वाले मानव और तोड़ने वाले दानव प्रवृति के लोग, जो अपने आप को एक्सीडेंटल कहते हैं, वो भारत को नहीं समझ पाएगा- CM योगी
CM योगी ने कहा कि ये लोग एक्सपोज हो चुके हैं। हमें तो कभी-कभी डर लगता है कि इससे ज्यादा इनको एक्सपोज करें तो यह लोग कहां मुंह दिखाने लायक बचेंगे।
UP CM Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के 'महाकुंभ महासम्मेलन' में शिरकत की। रिपब्लिक के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी के साथ सीएम योगी महाकुंभ की तैयारियों, इसके महत्व समेत तमाम मुद्दों पर चर्चाएं करते नजर आए। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि दुनिया में देव और दानव दोनों हैं।
कार्यक्रम में CM योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में महाकुंभ का आयोजन राष्ट्रीय एकता का प्रतीक बनने वाला है।
तोड़ने वाले लोग दानव परंपरा को मानने वाले- CM योगी
रिपब्लिक के मंच पर 'बंटेंगे तो कंटेंगे' और 'एक हैं तो सेफ हैं' के नारे भी दोहराते नजर आए। वहीं, जब अर्नब गोस्वामी ने विपक्ष की 'जातिगत जनगणना' और हिंदू एकता को लेकर सवाल किए। इस पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि देव और दानव, सुर और असुर हैं... ये हमेशा से इस धरती पर रहे हैं और सबको हमेशा रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जोड़ने वाले लोग मानव परंपरा में हैं। तोड़ने वाले लोग दानव परंपरा को मानने वाले लोग हैं। उनके अनुयायी यह हैं। दानवों ने हमको तोड़ा है और आज यही बात ये लोग भी करते हैं। जो अपने को एक्सीडेंटल कहते हैं, वह भारत को नहीं समझ पाएंगे।
CM योगी ने कहा कि देश की जनता जागरूक हो चुकी है। ये लोग एक्सपोज हो चुके हैं। हमें तो कभी-कभी डर लगता है कि इससे ज्यादा इनको एक्सपोज करें तो यह लोग कहां मुंह दिखाने लायक बचेंगे। कही नहीं बचेंगे।
‘वक्फ भू माफिया की तरह काम कर रहा’
मुख्यमंत्री ने आगे यह भी कहा कि मुझे तो कभी कभी आश्चर्य होता है कि यह वक्फ बोर्ड है या कोई भू माफियाओं का बोर्ड है। याद रखना एक-एक इंच जमीन लेंगे। हमने उत्तर प्रदेश वक्फ अधिनियम में संशोधन किया है। जांच करा रहे हैं। जिसको भी वक्फ के नाम पर कब्जा किया होगा, उस एक-एक लैंड को वापस करेंगे और गरीबों को मकान, अस्पताल और अच्छे शिक्षक संस्थान बनाएंगे।
सीएम योगी ने बड़ा हमला बोलते हुए इस दौरान यह भी कहा कि कुंभ में दावेदारी करने वाले लोग अपनी खाल बचा लें तो गनीमत होगी। जब इनका बीज नहीं फूटा था, हमारी कुंभ की परंपरा उससे पहले से है।
Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 8 January 2025 at 11:02 IST