अपडेटेड 18 July 2025 at 21:30 IST
धर्मांतरण का मसाला, विदेशी फंडिंग का तड़का और लव जिहाद का जादू, छांगुर के 'धर्म स्टार्टअप' से हुई कमाई की पूरी लिस्ट
जलालुद्दीन उर्फ छांगुर ने पूरा सिस्टम बना लिया था, जिसमें लव जिहाद, धमकी और ब्लैकमेल सब कुछ था। बाबा ने पैसे और पावर के लिए लोगों की जिंदगियां बर्बाद कीं। अब ED और ATS उसकी सारी पोल खोल रही हैं।
Chhangur Baba property : जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा कभी साइकिल पर अंगूठी-नग बेचता था, धर्म का धंधा कर उसने अपना करोड़ों का साम्राज्य खड़ा कर लिया। कोठी में बैठकर उसने धर्म बदलवाने की रेट-लिस्ट बना रखी थी। ब्राह्मण और क्षत्रिय लड़कियों के लिए 15-16 लाख, पिछड़ी जाति की लड़कियों के धर्म परिवर्तन कराने पर 10-12 लाख रुपये का रेट था। उसे विदेशों से 100 करोड़ों से अधिक रुपये की फंडिंग मिल चुकी थी। दुबई और सऊदी तक बाबा का नेटवर्क फैला था।
जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के कारनामे से लोग हैरान हैं, कभी भीख मांगने वाला, पाई-पाई के लिए मोहताज जलालुद्दीनन अरबों की संपत्ति का मालिक बन बैठा। कैसे? जलालुद्दीन ने ज्यादा कुछ नहीं किया, उसने बस धर्म को एक स्टार्टअप बना डाला, जिसमें निवेश दुबई, सऊदी, तुर्की और पाकिस्तान से आया। छांगुर का बिजनेस मॉडल इतना जबरदस्त था कि हर जाति के लिए अलग-अलग रेट लिस्ट थी। धर्मांतरण का धंधा करने के लिए वो कोडवर्ड्स में बात करता था। अब जब उसके काले कारनामे सबके सामने आ गए हैं, तो दावा करता है कि मैं निर्दोष हूं, मुझे कुछ नहीं पता। लेकिन सवाल है कि उससे जुड़े 40 बैंक खातों में 100 करोड़ से ज्यादा रकम कैसे और क्यों आई?
छांगुर बाबा की अकूत बेमानी संपत्ति
छांगुर बाबा की अकूत संपत्ति का काला चिट्ठा अब सामने आ गया है। कई बिघा में फैली छांगुर की कोठी धर्मांतरण का हेडक्वार्टर थी, जहां युवकों को हिंदू लड़कियों को अपने जाल में फंसाने की ट्रेनिंग दी जाती थी। ये युवक सिर्फ धर्म बदलवाने नहीं, बल्कि धमकी देने और हमले करने में भी माहिर थे। छांगुर बाबा की करोड़ों की संपत्ति का पर्दाफाश हुआ है। जिसमें खेत से लेकर कोठी और दुकान तक सब कुछ मौजूद है।
ED की जांच में छांगुर बाबा और उनके परिवार की बेनामी अकूत संपत्ति सामने आई है। पूरे जिले में बाबा के चमत्कारों के चर्चे तो पहले से थे, लेकिन अब उनकी करोड़ों की संपत्ति देखकर अफसरों के भी होश उड़ गए हैं। खेत, मकान, दुकान और प्लॉट हर तरह की संपत्ति उनके और उनके नजदीकी लोगों के नाम पर है। जांच दस्तावेजों के मुताबिक, छांगुर और उनके परिवार ने बलरामपुर जिले के अलग-अलग इलाकों में जमीन, मकान और कमर्शियल प्रॉपर्टी खरीदी है। कुल मिलाकर इन संपत्तियों की कीमत करीब 10.11 करोड़ रुपये आंकी गई है।
इन तमाम संपत्तियों को मिलाकर बाबा के पास करीब 10.11 करोड़ रुपये की संपत्ति मौजूद है। दिलचस्प बात ये है कि ये ज्यादातर संपत्तियां 2020 और 2021 में खरीदी गई हैं, यानी उस वक्त जब बाबा का प्रभाव और नेटवर्क तेजी से बढ़ रहा था। जांच एजेंसियों को शक है कि इस संपत्ति के पीछे विदेशी फंडिंग और फर्जीवाड़े की कहानी छिपी है। छांगुर बाबा का मामला सिर्फ धर्मांतरण का नहीं, बल्कि एक संगठित अपराध का है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक सौहार्द को चुनौती देता है। बाबा की गिरफ्तारी और उनकी संपत्ति पर कार्रवाई से यह साफ है कि प्रशासन अब ऐसे लोगों के खिलाफ सख्ती बरत रहा है। लेकिन सवाल यह है कि क्या बाबा का नेटवर्क पूरी तरह खत्म हो पाएगा या यह सिर्फ एक और कोठी का इंतजार है?
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 18 July 2025 at 08:51 IST