अपडेटेड 14 October 2024 at 14:29 IST
Bahraich Violence: बहराइच में हिंसा और आगजनी के बाद तनाव, 5 PAC की कंपनियां भेजीं, एक्शन में CM योगी
बहराइच में स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किए गए हैं। इस बीच सीएम योगी के आदेश के बाद 5 PAC की कंपनियां भेजीं गई है।
Bahraich Violence News: बहराइच में मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान हिंसा और आगजनी की घटना के बाद हालात अब भी तनावपूर्ण बने हुए हैं। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किए गए हैं। इस बीच मुख्यमंत्री योगी भी एक्शन में नजर आ रहे हैं। बहराइच में बिगड़ते हालात के मद्देनजर सीएम योगी ने अब 5 PAC की कंपनियां की तैनाती के आदेश दिए है। इससे पहले सीएम ने ADG (कानून व्यवस्था) और STF चीफ अमिताभ यश को भी बहराइच जाने का आदेश दिया।
सीएम योगी आदित्यनाथ का निर्देश मिलते ही राज्य के बड़े अधिकारी बहराइच पहुंच गए हैं। बताया जा रहा है कि होम सेक्रेटरी संजीव गुप्ता और ADG (कानून व्यवस्था) और STF चीफ अमिताभ यश बहराइच आ चुके हैं। वही, 5 PAC की कंपनियां भी बहराइच पहुंच रही है। बहराइच के चप्पे पर पुलिस बल को तैनात किया गया है। हालात पर काबू पाने के लिए महसी इलाके में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों को रोकने के लिए हिंसा प्रभावित इलाके में इंटरनेट सेवा को बंद किया गया।
बहराइच में हालात तनावपूर्ण
बता दें कि बहराइच में मूर्ति विसर्जन के दौरान कुछ उपद्रवियों ने यात्रा पर पथराव के साथ फायरिंग की थी, जिसमें रामगोपाल मिश्रा की की गोली लगने से मौत हो गई। बहराइच के महाराजगंज इलाके में घटना हुई। रामगोपाल की मौत के बाद बहराइच में भारी तनाव है। लोग न्याय की मांग करते हुए सड़कों पर उतरे हैं। सड़क पर शव रखकर लोगों ने जमकर हंगामा भी किया। देखते ही देखते तनाव बढ़ गया, जिसकी वजह से पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। वहां भगदड़ मच गई। लोग लाठियों से बचने के लिए इधर उधर भागने लगे। पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी भीड़ पर छोड़े हैं।
शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन
बिगड़ते हालात को देखते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस के महानिदेशक (DGP) प्रशांत कुमार के भी बहराइच पहुंचने की संभावना है। डीजीपी ने बहराइच की एसपी वृंदा शुक्ला से फोन पर बात की है और हालातों के बारे में जानकारी ली। इस बीच आक्रोशित ग्रामीण सोमवार को रामगोपाल के शव को तहसील महसी ले गए। ग्रामीणों और परिजनों का कहना है कि जैसे उसने रामगोपाल के साथ किया, वैसे आरोपियों के साथ होना चाहिए। लोगों का कहना है कि पुलिस ने ढिलाई बरती नहीं तो ये घटना ना होती। ग्रामीणों के अनुसार, पुलिस उल्टा शोभा यात्रियों पर ही लाठीचार्ज किया।
Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 14 October 2024 at 14:17 IST