अपडेटेड 10 September 2024 at 16:49 IST
BIG BREAKING: पकड़ा गया बहराइच का 5वां आदमखोर भेड़िया, लंगड़ा सरदार अभी भी घूम रहा आजाद
यूपी के बहराइच में फरार चल रहे 2 आदमखोर भेड़ियों में से वन विभाग ने एक को पकड़ लिया है। वन विभाग को ये कामयाबी सिसैया चुरमन के पास मिली।
Bahraich Bhediya Attack: यूपी के बहराइच में फरार चल रहे 2 आदमखोर भेड़ियों में से वन विभाग ने एक को पकड़ लिया है। वन विभाग को ये कामयाबी सिसैया चुरमन के पास मिली। आपको बता दें कि 6 भेड़ियों के झुंड में से 4 को वन विभाग ने पहले ही पकड़ लिया था। 5वें को आज सुबह पकड़ा गया है। वहीं झुंड का सरदार लंगड़ा भेड़िया अभी भी पकड़ से बाहर है। भेड़ियों ने अबतक 11 लोगों को अपना निवाला बनाया है। मरने वालों में 9 बच्चे हैं। वहीं 50 से ज्यादा लोग भेड़िए के हमले में घायल हुए हैं।
बहराइच के प्रभागीय वन अधिकारी (DFO) अजीत प्रताप सिंह ने कहा, 'करीब एक या डेढ़ घंटे में इस भेड़िया को पकड़ा गया। इसे बिना ड्रोन की मदद से पकड़ा गया है क्योंकि ड्रोन देखकर भेड़िया भाग जाते थे। अभी एक भेड़िया बचा है, उसे भी पकड़ने का प्रयास जारी है।
DFO ने बताया कैसे पकड़ा गया आदमखोर
सिंह ने बताया, 'सोमवार शाम करीब छह बजे चक मार्ग पर हमें दो भेड़ियों के पैरों के निशान दिखे। वहीं, कौवों का झुंड भी दिखा। इसी बीच खबर आई कि पास के नथुवापुर गांव से एक पालतू बकरी गायब है। इससे यह तय हो गया था कि भेड़िये ने बकरी को उठाकर खाया है, और अब इनका जोड़ा यहीं कहीं आराम कर रहा होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह करते-करते देर शाम हो गयी। शाम या रात में अभियान संभव नहीं था, इसलिए हम जाल, पिंजरा, खाबड़ (लकड़ी के फ्रेम वाला जाल), साधारण व थर्मल ड्रोन लेकर वहीं इनके मूवमेंट के इंतजार में बैठ गये।' उन्होंने बताया, 'मंगलवार सुबह पांच बजे हमने अभियान शुरू किया। हमने कांबिंग शुरू की, पटाखे चलाए और भेड़िये को जाल की तरफ ले जाने में कामयाब हो गये। करीब सवा छह बजे एक भेड़िया हमारे जाल में फंस गया। उसे हमने पिंजरे में कैद कर लिया। यह एक मादा भेड़िया है। उसका जोड़ीदार नर भेड़िया मौके से भाग निकला है। जो भाग निकला है, शायद वही इस झुंड का मुख्य भेड़िया ‘अल्फा’ है।' इस बीच अल्फा भेड़िए के लंगड़े होने की बात से अब वन विभाग पीछे हो रहा है।
लंगड़े भेड़िये की थ्योरी आधार हीन
सिंह ने कहा, 'अभियान के बीच में कहीं पर झुंड में एक लंगड़ा भेड़िया होने की बात आ गई होगी लेकिन अब तक की गतिविधियों पर गौर करें तो लंगड़े भेड़िये की थ्योरी आधार हीन लग रही है। इन दिनों धान के खेतों में पानी भरा है, ऐसे में पांव उठाकर रखने में एक पैर का दबाव अधिक हो सकता है। इसी वजह से संभवतः शुरुआत में कहीं से लंगड़े भेड़िए की बात आई होगी।'
उन्होंने कहा कि जब तक झुंड में शामिल आखिरी भेड़िया नहीं पकड़ लिया जाता तब तक मुश्किल खत्म नहीं होगी। इस बीच, प्रदेश की प्रमुख वन संरक्षक रेनू सिंह ने पत्रकारों से कहा कि आज पकड़ी गयी मादा भेड़िया को किसी चिड़ियाघर में भेजने की कोशिश की जाएगी।
पकड़ी गई मादा भेड़िया आदमखोर है अथवा नहीं, इस सवाल के जवाब में सिंह ने कहा कि अवश्य ही आदमखोर होगी क्योंकि एक भेड़िए के आदमखोर होने पर पूरा झुंड ही मानवभक्षी हो जाता है। उन्होंने कहा, ‘‘फिर भी वह आदमखोर है या नहीं इस सवाल पर अंतिम निष्कर्ष इसके व्यवहार को देखकर ही निकाला जा सकेगा।’’
बहराइच की महसी तहसील के 50 गांव में आतंक का कारण बने छह भेड़ियों के झुंड को पकड़ने के लिए पिछली 17 जुलाई से ‘ऑपरेशन भेड़िया’ चल रहा है। इन भेड़ियों के हमले में अब तक कम से कम छह लोगों की मौत हो चुकी है जबकि दो अन्य लोगों की मौत का कारण भी भेड़ियों का हमला ही बताया जा रहा है। हालांकि अभी इसकी पुष्टि होना बाकी है।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 10 September 2024 at 07:29 IST