अपडेटेड 24 February 2025 at 10:51 IST

गजब फर्जीवाड़ा! किसी ने भाई को दूल्हा बनाया, किसी की दूसरी शादी..सरकारी पैसे के लिए मची लूट, तलाशे कागज तो 145 जोड़े फुर्रर

अमरोहा में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़े का खुलासा उस समय हुआ, जब एक महिला दूसरी शादी करने पहुंच गई। उस महिला की 2022 में एक शादी हो चुकी थी।

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अमरोहा में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा | Image: R Bharat

Amroha News: उत्तर प्रदेश के अमरोहा में सरकारी योजना का पैसा हड़पने के लिए गजब फर्जीवाड़ा पकड़ा गया है। अमरोहा में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत सम्मेलन रखा गया था, जहां 335 जोड़ों की शादी होनी थी। हालांकि जब फर्जीवाड़ा पकड़ा गया तो 145 जोड़े वहां से फुर्रर हो गए। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है।

अमरोहा में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़े का खुलासा उस समय हुआ, जब एक महिला दूसरी शादी करने पहुंच गई। उस महिला की 2022 में शादी हो चुकी थी। विवाद के चलते वो मायके चली गई और इसी बीच बिना तलाक लिए दूसरी शादी करने जा रही थी। यहां इस महिला के ससुराल वाले पहुंच गए, जिसकी शिकायत पर वो पकड़ी गई। अहम ये है कि आसमा नाम की ये महिला अपने रिश्ते के भाई से शादी कर रही थी। इसी घटनाक्रम के बाद जब जांच पड़ताल शुरू हुई तो पूरा फर्जीवाड़ा सामने आ गया।

दोबारा शादी करने वाली महिला को पुलिस के हवाले किया गया

समाज कल्याण विभाग के एडीओ बताते हैं कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में फर्जी तरह से शादी करने पहुंची महिला का नाम आसमा है। वो हसनपुर क्षेत्र के गांव सोंहत की रहने वाली है। जांच में पता चला कि उसकी शादी 2022 में गांव जयतौली निवासी नूर मोहम्मद से हुई थी। वो बिना तलाक लिए दूसरी शादी करने जा रही थी। जयतौली निवासी आसमा के पति नूर मोहम्मद के पिता शफीक ने सामूहिक विवाद सम्मेलन में पहुंचकर मामले की शिकायत की थी। इसके बाद सीडीओ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए गलत तरीके से शादी करने जा रही आसमा को पकड़ा और पुलिस के हवाले किया।

पकड़े जाने के डर से भाग गए 145 जोड़े

बताया जाता है कि आसमा के पकड़े जाने पर सीडीओ ने जांच के बाद मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए थे। आसमा के साथ उस युवक को भी पुलिस हिरासत में ले लिया गया था, जिससे उसकी शादी थी। इसी बीच शादी करने के दूल्हा-दुल्हन के जोड़ों के कागजात भी तलाशे जाने की बात उठी। हैरानी तब हुई तब सीएम सामूहिक विवाह योजना के तहत 335 जोड़ों का विवाह होना था और शादी से पहले ही 145 जोड़े वहां से भाग गए। माना जा रहा है कि पकड़े जाने के डर से सभी जोड़े भाग निकले। इस स्थिति में वहां 190 जोड़ों की शादी कराई गई।

फिलहाल अधिकारी कह रहे हैं कि समारोह से भाग 145 जोड़े के दस्तावेजों की भी दोबारा जांच कराई जाएगी। इस मामले में फर्जी जोड़ा लाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ भी जांच होगी। जो दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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Published By : Dalchand Kumar

पब्लिश्ड 24 February 2025 at 10:51 IST