अपडेटेड 6 December 2024 at 17:08 IST

UP: संभल के बाद मुजफ्फरनगर में विवादों के घेरे में मस्जिद, शत्रु संपत्ति पर बनी तो ढहाने की मांग

संभल में जामा मस्जिद को लेकर हुआ बवाल अभी थमा भी नहीं था कि मुजफ्फरनगर में भी रेलवे स्टेशन के सामने शत्रु संपत्ति पर बनी एक मस्जिद विवाद का कारण बनती जा रही है।

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Muzaffarnagar mosque built on enemy property | Image: Republic

Muzaffarnagar: उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद को लेकर हुआ बवाल अभी थमा भी नहीं था कि मुजफ्फरनगर में भी रेलवे स्टेशन के सामने शत्रु संपत्ति पर बनी एक मस्जिद विवाद का कारण बनती जा रही है। इस मस्जिद को लेकर हिंदू शक्ति संगठन की ओर से पिछले डेढ़ साल से मुजफ्फरनगर से लेकर लखनऊ तक शिकायत करते हुए जांच की मांग की थी, जिसमें टीम गठित कर कई स्तरीय जांच के बाद पाया गया कि रेलवे स्टेशन मुजफ्फरनगर के ठीक सामने बनी मस्जिद शत्रु संपत्ति पर निर्मित है।

बताया जा रहा है कि 1918 से इस जमीन पर कब्जा कर इसे वक्फ बोर्ड की संपत्ति दर्शाकर मस्जिद बनाई गई और शिकायतकर्ता संजय अरोड़ा का आरोप है कि उस मस्जिद को होटल नुमा बनाया गया है। मुजफ्फरनगर विकास पर अधिकरण से बगैर नक्शा पास कारण मस्जिद पर निर्माण कार्य कराया गया। इस जमीन में मस्जिद के अलावा दुकान भी बनाई गई हैं।  जिनका किराया भी वसूला जा रहा है सरकारी संपत्ति का किराया वसूलना भी अवैध है।

शत्रु-संपत्ति पर बनी मुजफ्फरनगर की मस्जिद

हाल ही में जांच के बाद आए नए आदेश के अनुसार इस प्रॉपर्टी को बंटवारे के दौरान भारत छोड़कर पाकिस्तान गए सज्जाद अली पुत्र रुस्तम अली खान की जमीन है। सज्जाद अली खान पाकिस्तान के प्रथम प्रधानमंत्री लियाकत अली खान के भाई हैं। जिनकी संपत्ति को पाकिस्तान जाने के बाद शत्रु संपत्ति घोषित किया गया था। मगर किन्हीं कारणों से इस पर मुस्लिम पक्ष के द्वारा अवैध कब्जा कर मस्जिद का निर्माण कराया गया था, तभी से यह जमीन मुस्लिम पक्ष के कब्जे में चल रही है। 

पिछले डेढ़ साल से जिलाधिकारी द्वारा गठित टीम द्वारा पूरे मामले की जांच कराई गई। दोनों पक्षों को सुना गया। बताया जा रहा है कि मामले में लखनऊ से भी टीम गठित कर जांच कराई गई थी जिसके बाद गृह विभाग के द्वारा उक्त प्रॉपर्टी को शत्रु संपत्ति बताई गई है।

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Published By : Deepak Gupta

पब्लिश्ड 6 December 2024 at 17:08 IST