अपडेटेड 6 February 2025 at 20:09 IST
उत्तर प्रदेश: मणिपुर के मुख्यमंत्री संगम में डुबकी लगाने के लिए महाकुंभ पहुंचे
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ संगम में डुबकी लगाने बृहस्पतिवार को महाकुंभ मेलाक्षेत्र पहुंचे।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ संगम में डुबकी लगाने बृहस्पतिवार को महाकुंभ मेलाक्षेत्र पहुंचे।
सिंह ने अपने आगमन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा करते हुए इस आयोजन को ऐतिहासिक और दुर्लभ आध्यात्मिक अवसर करार दिया।
मुख्यमंत्री अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों और विधायकों के साथ त्रिवेणी संगम में स्नान करेंगे।
मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने कहा कि महाकुंभ केवल एक मेला नहीं बल्कि भारतीय संस्कृति और आस्था का महान संगम है।
उन्होंने कहा कि इस आयोजन की दिव्यता और आध्यात्मिक ऊर्जा पूरे देश को जोड़ने का कार्य करती है। मुख्यमंत्री ने महाकुंभ मेले में अपने भाजपा के साथी और लोकसभा सांसद रविशंकर प्रसाद से भी मुलाकात की।
सिंह ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “मंत्रिमंडल के सहयोगियों और विधायकों के साथ हम हमारे लोगों और इस देश के लिए प्रार्थना करने आए हैं। यह संगम हमारी सामूहिक भावना को मजबूत करते हुए एक बेहतर भविष्य की दिशा में हमारा मार्गदर्शन करता है।”
इस बीच, बृहस्पतिवार को महाकुंभ पहुंचे केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाइक ने आयोजन की दिव्यता और भव्यता की सराहना करते हुए इसे ऐतिहासिक करार दिया।
प्रदेश सरकार द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महाकुंभ का यह आयोजन अपने आप में एक मिसाल है।
केंद्रीय मंत्री ने संगम स्नान के बाद कहा कि यह आयोजन भारतीय संस्कृति और सनातन परंपरा की दिव्यता को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि इस स्तर का आयोजन करना एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन योगी सरकार ने इसे पूरी तरह सफल बनाया है।
सरकार के बयान के मुताबिक, महाकुंभ 2025 के आयोजन में उत्तर प्रदेश सरकार ने डिजिटल और आधुनिक व्यवस्थाओं को भी लागू किया है तथा जगह-जगह लगाए गए डिजिटल सूचना केंद्र, स्वच्छता अभियान, सुरक्षा व्यवस्था सहित परिवहन के बेहतरीन प्रबंधों ने श्रद्धालुओं के अनुभव को और भी सुखद बना दिया है।
बयान में बताया गया कि कुंभ क्षेत्र में व्यापक स्तर पर निगरानी के लिए ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी कैमरों का उपयोग किया जा रहा है, जिससे सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद बनी हुई है।
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 6 February 2025 at 20:09 IST