अपडेटेड 20 December 2024 at 11:05 IST

भारत की संस्कृति को मिटाने की कोशिश हुई, नालंदा विश्वविद्यालय उसका उदाहरण- गजेंद्र सिंह शेखावत

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नालंदा के विश्वविद्यालय में आंक्राताओं ने आग की भेंट चढ़ा दिया। उसके बाद इतनी पुस्तकें जली कि वह ज्वाला महीनों तक प्रज्वलित होती रही।

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Republic Bharat Sangam: रिपब्लिक भारत के सुरों और साहित्य के 'संगम' का आगाज हो गया है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। 'संगम' में उन्होंने कहा कि रिपब्लिक भारत कैंपस भारत के बदलते परिदृश्य की झलक है।

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि भारत की संस्कृति को मिटाने की कोशिश की गई। नालंदा विश्वविद्यालय इसका उदाहरण है।

‘आक्रांता के रूप में भारत आए लोग और…’

उन्होंने कहा कि भारत के साहित्य की चर्चा वैदिक काल से प्रारंभ होती है। कालांतर में भारत की प्रगति, ऐश्वर्य और बौद्धिक सम्पदा को देखकर भारत को जानने के लिए लोग पूरी दुनिया से आए। भारत की संस्कृति, सभ्यता और उत्कर्ष से जलने रखने वाले बहुत सारे लोग आक्रांता के रूप में आए और मानव सभ्यता के लिए हजारों साल के उन साहित्य जो हमारे विभिन्न विश्वविद्यालयों में, हमारे मंदिरों में परंपरागत रूप से रचित और संरक्षित था... उस सबका सुनियोजित रूप से विनाश किया गया।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नालंदा के विश्वविद्यालय में आंक्राताओं ने जब आग की भेंट चढ़ा दिया। उसके बाद इतनी पुस्तकें जली कि वह ज्वाला महीनों तक प्रज्वलित होती रही। इस तरह के आंक्राताओं और आक्रमणों के चलते भारत में लिखित साहित्य की जगह श्रुति की परंपरा प्रारंभ हुई। इस परंपरा ने ऋषि महर्षियों को जो मंत्र दृष्टा कहा गया, उसको एक सार्थकता और परिभाषा दी।

‘आज विश्व में दिखाई दे रही भारत की चमक-धमक’

गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि एक ऐसे महत्वपूर्ण समय में भारत, भारत की संस्कृति, भारत के साहित्य, भारत के सुर और ताल... इन सबके चमक-धमक पूरे विश्व में दिखाई दे रही है। ऐसे महत्वपूर्ण समय में जब समय के कालचक्र का पूरा पहिया एक बार फिर उदयमान सूर्य के रूप में दिखाई दे रहा है। निश्चित ही हम सौभाग्यशाली हैं कि हमें काम करने का मौका मिला है। 

रिपब्लिक भारत संगम में कई दिग्गज हस्तियां शिरकत करेंगी। खास मेहमानों की लिस्ट में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, एक्टर अनुपम खेर, गायिका स्वाति मिश्रा, कवयित्री अनामिका अंबर जैन, कथक नृत्यांगना डॉ. सोनल मानसिंह, हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा, एक्टर रघुबीर यादव, एक्टर अनु कपूर समेत कई नाम शामिल हैं।

यह भी पढ़ें: R. भारत संगम: भारत के बदलते परिदृश्य की झलक है रिपब्लिक भारत कैंपस- केंद्रीय मंत्री शेखावत
 

Published By : Ruchi Mehra

पब्लिश्ड 20 December 2024 at 11:05 IST