अपडेटेड 17 May 2025 at 19:11 IST
कौन हैं तुर्किए राष्ट्रपति की बेटी सुमेये एर्दोगन? जिनकी Boycott Turkey के बीच अचानक होने लगी चर्चा, सेलेबी एविएशन ने क्यों झाड़ा पल्ला
कौन हैं तुर्किए राष्ट्रपति की बेटी सुमेये एर्दोगन? जिनकी Boycott Turkey के बीच अचानक चर्चा होने लगी है। सेलेबी एविएशन ने पल्ला झाड़ लिया है।
तुर्किए के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन की बेटी सुमेया एर्दोआन इन दिनों भारत में काफी सुर्खियां बटोर रही हैं। हालांकि, ऑपरेशन सिंदूर के बाद से ही पाकिस्तान का साथ देने की वजह से तुर्किए को लगातार भारत के लोग बॉयकॉट कर रहे हैं। वहीं तुर्किए के राष्ट्रपति की बेटी एर्दोगन की चर्चा का कारण है कि दिल्ली एयरपोर्ट पर तुर्किए की कंपनी सेलेबी एविएशन को दी गई ग्राउंड हैंडलिंग सेवाओं की मंजूरी का अचानक रद्द होना।
दरअसल, सरकार ने इसके पीछे सुरक्षा कारणों का हवाला दिया है, लेकिन माना जा रहा है कि यह फैसला भारत और तुर्किए के बीच बढ़ते राजनीतिक तनाव से जुड़ा है। सुमेया एर्दोआन तुर्किए की राजनीति में काफी सक्रिय हैं और इन्हें तुर्किए की राजनीति का एक प्रभावशाली चेहरा माना जाता है। वह अपने पिता की सरकार में एक अहम भूमिका निभाती रही हैं।
इस वजह से चर्चा में है तुर्किए के राष्ट्रपति की बेटी
हालांकि, Celebi Aviation की इजाजत रद्द कर दी गई है, लेकिन इस वक्त भारत में हो रही उनकी चर्चा का कारण उनके पिता यानि कि राष्ट्रपति एर्दोआन के कश्मीर को लेकर दिए गए हालिया बयान है। कुछ समय पहले एर्दोआन ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मुलाकात की थी, जिसमें उन्होंने कश्मीर मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के आधार पर हल करने की बात कही। भारत ने इस बयान को अपने आंतरिक मामलों में दखल करार देते हुए कड़ा विरोध जताया और तुर्किए के राजदूत को तलब कर अपनी नाराजगी भी जाहिर की।
सेलेबी एविएशन ने झाड़ा पल्ला
भारत ने जैसे ही सेलेबी एविएशन ग्राउंड हैंडलिंग सेवाओं की मंजूरी को रद्द किय, सोशल मीडिया पर चर्चा शुरू हो गई कि सुमेये एर्दोगन इस कंपनी से जुड़ी हुई हैं। यूजर्स ने दावा किया कि वह सेलेबी एविएशन में पार्टनर हैं या कंपनी का संचालन करती हैं। हालांकि, सेलेबी एविएशन खुद को इस विवादों से दूर कर लिया।
तुर्किए को भारत का सख्त संदेश
भारत की ओर से Celebi Aviation की अनुमति रद्द करना इसी तरह से में देखा जा रहा है। विशेषज्ञों की मानें तो यह भारत की ओर से तुर्किए को एक सख्त संदेश है। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब तुर्किए में भी राजनीतिक हालात अस्थिर हैं। हाल ही में इस्तांबुल के मेयर एकरेम इमामोग्लू की गिरफ्तारी ने वहां की राजनीति में हलचल मचा दी है। इमामोग्लू की गिरफ्तारी को तुर्किए के विपक्ष ने लोकतंत्र पर हमला बताया।
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 17 May 2025 at 19:11 IST