अपडेटेड 9 September 2023 at 06:40 IST
Tulsi: इन देवी-देवताओं को तुलसी जी से है बैर, भूलकर भी पूजा में न करें शामिल
जहां कुछ देवी-देवताओं को तुलसी चढ़ाना शुभ माना जाता है वहीं कुछ भगवान ऐसे भी हैं जिनकी पूजा में भूलकर भी तुलसी को शामिल नहीं करना चाहिए। आइए जानते हैं वो कौन से देवी-देवता हैं।
Kaun Se Bhagwan Ko Nahi Chadhai Jati Tulsi: हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बेहद पवित्र और पूजनीय माना गया है। कहा जाता है कि इसे घर में लगाना बहुत ही शुभ होता है, जिस घर में तुलसी का पौधा होता है वहां नकारात्मक शक्तियां रुक नहीं पाती हैं। इसके अलावा पूजा पाठ में भी तुलसी के पौधे का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ ऐसे भी भगवान हैं जिन्हें भूलकर भी तुलसी की पत्तियां नहीं चढ़ानी चाहिए, नहीं तो चलिए आपको बताते हैं कि किन देवी-देवताओं की पूजा में भूलकर भी तुलसी को शामिल नहीं करना चाहिए।
स्टोरी में आगे ये पढ़ें...
- तुलसी का धार्मिक महत्व?
- इन देवी-देवताओं की पूजा में भूलकर भी शामिल न करें तुलसी
तुलसी का धार्मिक महत्व?
तुलसी को लेकर धार्मिक मान्यता है कि इसमें माता लक्ष्मी का वास होता है और भगवान विष्णु और कृष्ण की पूजा तुलसी के बिना अधूरी मानी जाती है। कहा जाता है कि तुलसी दल का भोग हनुमान जी को लगाया जाता है। हनुमान जी को तुलसी अति प्रिय है।
इन देवी-देवताओं की पूजा में भूलकर भी शामिल न करें तुलसी
गणेश जी को
शास्त्रों के मुताबिक गणेश जी की पूजा में भूलकर भी तुलसी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। कहा जाता है कि एक बार तुलसी जी ने गणेश जी से विवाह की इच्छा जताई थी, लेकिन गणपति महाराज ने उनके इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया था जिस पर तुलसी जी ने उन्हें श्राप दे दिया था, जिसके बाद से गणेश जी की पूजा में तुलसी को शामिल नहीं किया जाता है।
शिव जी को
हिंदू शास्त्रों के मुताबिक भोलेनाथ को भी तुलसी नहीं चढ़ाना चाहिए। कहा जाता है कि उन्हें तुलसी के पत्ते चढ़ाना अशुभ माना जाता है। हालांकि इसके पीछे एक कहानी भी है। पुराणों के मुताबिक, महादेव ने तुलसी के पति जलंधर का रूप धारण करके उनके पतिव्रता धर्म को तोड़ दिया था। जिसके बाद तुलसी जी ने अपने आपको आग के हवाले कर दिया था, तभी से शिव जी की पूजा में तुलसी को शामिल करना वर्जित माना जाने लगा।
मां लक्ष्मी को
मां लक्ष्मी की पूजा में भी तुलसी का प्रयोग नहीं किया जाता है। माना जाता है कि देवी लक्ष्मी का तुलसी जी से बैर है। यही वजह है कि उनकी पूजा में तुलसी जी को शामिल नहीं किया जाता है।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 9 September 2023 at 06:38 IST