अपडेटेड 26 February 2025 at 12:17 IST
Telangana Tunnel Collapse: जिंदगी बस थोड़ी दूर... टनल में फंसे 8 श्रमिकों के नजदीक पहुंचीं रेस्क्यू टीम, नहीं हो सका संपर्क
तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में SLBC टनल के एक हिस्से के ढहने से फंसे 8 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए चल रहे ऑपरेशन का आज पांचवां दिन है।
Telangana Tunnel Collapse: तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में SLBC टनल के एक हिस्से के ढहने से फंसे 8 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए चल रहे ऑपरेशन का आज पांचवां दिन है। अब तक मजदूरों से किसी भी तरह का संपर्क नहीं हो सका है। इस बीच राहत भरी खबर यह आई है कि रेस्क्यू टीम मजदूरों के काफी नजदीक पहुंच गई है।
जानकारी मिल रही है कि राहत और बचाव कार्य में जुटी विशेषज्ञों की एक टीम उस प्वाइंट तक पहुंचने में सफल रही है जहां टनल का एक हिस्सा ढह गया था। इससे पहले सुरंग में कीचड़ और मलबे के चलते सुरंग के आखिरी प्वाइंट तक पहुंचने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था।
रेस्क्यू में जुटीं NDRF, SDRF और रैट माइनर्स
बताया जा रहा है कि पिछले पांच दिनों से टनल में फंसे आठ मजदूरों के रेस्क्यू ऑपरेशन में NDRF, SDRF और रैट माइनर्स समेत 20 सदस्यों की एक टीम लगी हुई है। इसी क्रम में मजदूरों के काफी करीब पहुंचने में आखिरकार टीम सफल रहीं। हालांकि वर्तमान में किसी मजदूर से संपर्क नहीं हो पाया है। नगरकुरनूल के एसपी वैभव गायकवाड़ ने बताया कि वहां बहुत मलबा है। वहां किस तरह से पहुंचा जाए इस पर टीमें काम कर रही है। एक दिन पहले टीम सुंरग के आखिर से पहले 40 मीटर तक पहुंचने में सक्षम रही थी। हालांकि कल वह 40 मीटर के पार पहुंच गए।
कीचड़ और पानी पैदा कर रहे मुश्किलें
एसपी गायकवाड़ के मुताबिक, सेना, नौसेना, एनडीआरएफ, जीएसआई और अन्य एजेंसियों के शीर्ष विशेषज्ञ सुरंग के ढहे हुए हिस्से में भरे कीचड़ और पानी के बीच जान के जोखिम के बावजूद लगातार बचाव कार्य में जुटे हैं।
फंसे लोगों से नहीं हुआ संपर्क- मंत्री
वहीं सिंचाई मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी ने मंगलवार, 25 फरवरी को सबसे जटिल और कठिन सुरंग बचाव अभियान बताया। ऐसा इसलिए क्योंकि एसएलबीसी सुरंग में सिर्फ एक ही एंट्री और एग्जिट का रास्ता है। मंत्री ने कहा था कि फंसे हुए लोगों के साथ कोई संपर्क नहीं हो पाया है। हालांकि, पंप की मदद से सुरंग में लगातार ऑक्सीजन पहुंचाया जा रहा है।
टनल में कैसे फंसे मजदूर?
बता दें कि 22 फरवरी को निर्माणाधीन SLBC सुरंग का एक हिस्सा ढह गया था। इस दौरान परियोजना पर काम करने वाले आठ श्रमिक फंस गए थे। फिलहाल भू-वैज्ञानिकों से लेकर तमाम एडवांस तकनीकों के जरिए फंसे मजदूरों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है।
Published By : Priyanka Yadav
पब्लिश्ड 26 February 2025 at 12:17 IST