अपडेटेड 9 October 2024 at 07:53 IST

मशहूर कलाकार स्वाति घोष ने फ्रांस में बढ़ाया भारत का मान; इस पुरस्‍कार से हुईं सम्मानित

भारतीय कलाकार स्वाति घोष को पेरिस में आयोजित एक भव्य समारोह में आर्ट्स-साइंसेस-लेट्रेस सोसाइटी द्वारा प्रतिष्ठित डिप्लोमे दे मेडल दे एतान से सम्मानित किया गया।

Follow :  
×

Share


Swati Ghosh | Image: ScreenShot

प्रसिद्ध भारतीय कलाकार स्वाति घोष को पेरिस में आयोजित एक भव्य समारोह में आर्ट्स-साइंसेस-लेट्रेस सोसाइटी द्वारा प्रतिष्ठित डिप्लोमे दे मेडल दे एतान से सम्मानित किया गया। यह सम्मान 1915 में रेन फ्लेमेंट द्वारा स्थापित इस प्रतिष्ठित शैक्षणिक सोसाइटी द्वारा दिया जाता है, जो कला, साहित्य और विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले व्यक्तियों को पहचानता है। फ्रांस गणराज्य के राष्ट्रपति के संरक्षण में संचालित इस सोसाइटी का उद्देश्य सांस्कृतिक क्षेत्रों में प्रतिभा और योगदान को प्रोत्साहित करना है।

स्वाति घोष इस समारोह में इस प्रतिष्ठित सम्मान को प्राप्त करने वाली एकमात्र भारतीय थीं, जिन्होंने भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय कला में अपने उत्कृष्ट योगदान के लिए यह सम्मान अर्जित किया। उनका अद्वितीय कार्य आधुनिक चित्रकला की सीमाओं को पार करते हुए भारतीय कलात्मक धरोहर को वैश्विक मंच पर ला रहा है।

आर्ट्स-साइंसेस-लेट्रेस सोसाइटी, जो एक सदी से भी अधिक पुरानी है, उन व्यक्तियों को पहचानने के लिए प्रसिद्ध है जिन्होंने अपने कार्यों के माध्यम से संस्कृति को बढ़ावा देने और अपने-अपने क्षेत्रों में रचनात्मकता को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस सोसाइटी द्वारा अतीत में कला, साहित्य और विज्ञान के कुछ सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों को सम्मानित किया जा चुका है।

सम्मान प्राप्त करने के बाद स्वाति घोष ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा, “इतने सम्मानित व्यक्तियों के बीच इस पुरस्कार को प्राप्त करना मेरे लिए बड़े गर्व की बात है। यह सम्मान न केवल मेरी व्यक्तिगत यात्रा का मील का पत्थर है, बल्कि वैश्विक मंच पर भारतीय कला की समृद्धि को भी उजागर करता है।” स्वाति घोष का कार्य आने वाली पीढ़ियों के कलाकारों को प्रेरित करता रहेगा, और इतने प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय मंच पर उनकी मान्यता भारत के लिए गर्व का क्षण है। इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाली एकमात्र भारतीय नागरिक के रूप में, उन्होंने एक बार फिर से वैश्विक स्तर पर भारतीय कला का कद ऊंचा किया है।

Published By : Ankur Shrivastava

पब्लिश्ड 9 October 2024 at 07:53 IST