अपडेटेड 14 October 2022 at 18:37 IST

परमाणु पनडुब्बी INS Arihant से सफलतापूर्वक लॉन्च की गई 'सबमरीन लॉन्च बैलिस्टिक मिसाइल', सटीकता से हिट किया टारगेट

भारतीय नौसेना (Indian Navy) की परमाणु पनडुब्बी INS अरिहंत (INS Arihant) से भारत ने बंगाल की खाड़ी में 'सबमरीन लॉन्च बैलिस्टिक मिसाइल' (SLBM) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।

Follow :  
×

Share


PC: AP/Representative Image | Image: self

भारतीय नौसेना (Indian Navy) की परमाणु पनडुब्बी INS अरिहंत (INS Arihant) से भारत ने शुक्रवार, 14 अक्टूबर को बंगाल की खाड़ी में 'सबमरीन लॉन्च बैलिस्टिक मिसाइल' (SLBM) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। इसके बारे में रक्षा मंत्रालय ने आधिकारिक जानकारी दी है। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता भरत भूषण बाबू ने बताया कि SLBM का परीक्षण पूर्व निर्धारित सीमा तक किया गया। इस मिसाइल ने बंगाल की खाड़ी में अपने टारगेट एरिया को उच्च सटीकता के साथ हिट किया और उस स्थान को प्रभावित किया। मिसाइल ने परीक्षण के दौरान सभी परिचालन और तकनीकि मानकों को पूरा किया।

रक्षा मंत्रालय की आधिकारिक प्रेस रिलीज के अनुसार, "INS अरिहंत ने 14 अक्टूबर, 2022 को एक सबमरीन लॉन्च बैलिस्टिक मिसाइल (SLBM) का सफल प्रक्षेपण किया। मिसाइल का पूर्व निर्धारित सीमा तक परीक्षण किया गया और बंगाल की खाड़ी में लक्ष्य क्षेत्र को बहुत उच्च सटीकता के साथ प्रभावित किया। मिसाइल ने सभी परिचालन और तकनीकी हथियार प्रणाली के मापदंडों को मान्य किया गया है।"

बयान में आगे कहा गया है, "INS अरिहंत ने SLBM के सफल उपयोगकर्ता प्रशिक्षण लॉन्च चालक दल की योग्यता साबित करने और SSBN कार्यक्रम को मान्य करने के लिए महत्वपूर्ण है, जो भारत की परमाणु प्रतिरोधक क्षमता का एक प्रमुख तत्व है।" रक्षा मंत्रालय के अनुसार, भारत की 'विश्वसनीय न्यूनतम प्रतिरोध' की नीति को ध्यान में रखते हुए एक मजबूत, जीवित और सुनिश्चित प्रतिशोधी क्षमता है, जो देश की 'पहले उपयोग न करने' की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।

INS अरिहंत

आपको बता दें कि, INS अरिहंत भारत की एक सामरिक स्ट्राइक परमाणु पनडुब्बी है, जिसे 2009 में तत्कालीन प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह ने लॉन्च किया था। 2016 में, पीएम मोदी ने INS अरिहंत को भारतीय नौसेना में शामिल किया। इसके बाद से भारत तीनों सीमाओं जल, थल और वायु में परमाणु शक्ति संपन्न हो गया। अब भारत के पास तीनोंं जगहों से परमाणु हथियारों को फायर करने की क्षमता है।

यह भी पढ़ें: 32 साल की शानदार सेवा के बाद सेवानिवृत्त हुआ INS Ajay, नौसेना के कई ऑपरेशन में दी थी अहम सेवा

यह भी पढ़ें: Birthday Special: सेना का वो युवा अधिकारी जिसके युद्ध कौशल का पाकिस्तान भी हुआ मुरीद, मरणोपरांत मिला था परमवीर चक्र

Published By : Nripendra Singh

पब्लिश्ड 14 October 2022 at 18:29 IST