अपडेटेड 5 December 2024 at 18:13 IST
लोकसभा में क्या हुआ, जो स्पीकर ओम बिरला को कहना पड़ा- हमारे मंत्री जबरदस्त हैं, इतना बताता हूं कि...
लोकसभा में पप्पू यादव बैठे-बैठे सवाल पूछने लगे थे। जब केंद्रीय मंत्री राममोहन रेड्डी उस पर जवाब देने लगे तो स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें बीच में ही टोक दिया।
Parliament Session: संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में गुरुवार को एक ऐसा वाकया देखने को मिला, जब स्पीकर ओम बिरला केंद्रीय मंत्रियों की आदत को लेकर उन्हें सलाह देने लगे। लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि हमारे मंत्री महोदय भी जबरदस्त हैं। इतना बताता हूं कि बैठे हुए व्यक्ति को जवाब मत तो, लेकिन वो देते ही देते हैं।
वाकया तब हुआ जब सदन में नागर विमानन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू सदन में जवाब दे रहे थे। उनके विपक्षी सांसदों ने एयरपोर्ट्स और उड़ानों के मुद्दे पर सवाल किए। कांग्रेस के सांसद तारिक अनवर को राममोहन नायडू इसी विषय पर जवाब दे रहे थे। इसी दौरान बीच में कांग्रेस नेता पप्पू यादव बैठे-बैठे सवाल पूछने लगे थे। जब केंद्रीय मंत्री राममोहन नायडू उस पर जवाब देने लगे तो स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें बीच में ही टोक दिया और अपनी बात में कहा कि हमारे मंत्री महोदय भी जबरदस्त हैं। इतना बताता हूं कि बैठे हुए व्यक्ति को जवाब मत तो, लेकिन वो देते ही देते हैं।
स्पीकर की बात सुन हंसने लगे राममोहन नायडू
ये कहते हुए स्पीकर के चेहरे पर हल्की मुस्कराहट थी और उनकी बात सुनकर राममोहन नायडू पर हंस पड़े। आगे स्पीकर ने कहा कि अब आप देने की आदत कर लो, अगर नहीं मानते हो तो। इसके बाद राममोहन नायडू ने अपनी बात को आगे बढ़ाया।
स्पीकर ने नितिन गडकरी को भी सलाह दी
गुरुवार को सदन में प्रश्नकाल के दौरान ये दूसरा मौका था, जब विपक्षी सांसदों की तरफ से सीट पर बैठे-बैठे सवाल पूछने को लेकर स्पीकर ने आपत्ति जताई। शुरुआत में जब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सदन में अपनी बात रख रहे थे, तब भी स्पीकर ने विपक्षी सांसदों के व्यवहार को लेकर उंगली उठाई थी। केसी वेणुगोपाल ने सड़क सुरक्षा का मामला उठाया था और केरल के आलाप्पुड़ा में सड़क दुर्घटना के दौरान 5 मेडिकल छात्रों की मौत का जिक्र किया था, जिस पर नितिन गडकरी सदन में जवाब दे रहे थे। बीच में जब विपक्षी सांसद ने बैठे-बैठे टिप्पणी की तो स्पीकर ने आपत्ति जताई और नितिन गडकरी से कहा कि मंत्री महोदय इनके बैठे-बैठे का जवाब मत दीजिए। विपक्षी सांसद से स्पीकर कहा कि जब बुला देते हैं तो फिर बैठे-बैठे टिप्पणी क्यों करते हो। आप वरिष्य सदस्य हो।
जब विपक्षी सांसद ने स्पीकर से बहस करते हुए कहा कि ये गंभीर मुद्दा है तो ओम ने कहा कि ये भी संसदीय तरीके का गंभीर मुद्दा है बैठे-बैठे का। जब विपक्षी सांसद ने और बहस शुरू की तो स्पीकर ने जवाब देते हुए कहा कि ज्ञान ना दीजिए। उसके बाद स्पीकर ने अगले सदस्य को सदन में प्रश्न पूछने के लिए बुलाया।
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 5 December 2024 at 13:39 IST