अपडेटेड 8 March 2024 at 19:37 IST

सुधा मूर्ति को महिला दिवस पर PM का बड़ा तोहफा, राज्यसभा के लिए किया मनोनीत; बोलीं अचंभित हो गई

इंफोसिस फाउंडेशन की पूर्व अध्यक्ष सुधा मूर्ति ने कहा कि उन्हें कभी किसी पद की लालसा नहीं थी। उन्हें नहीं पता कि सरकार ने उन्हें उच्च सदन के लिए क्यों चुना।

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सुधा मूर्ति | Image: Republic

समाज सेविका और लेखिका सुधा मूर्ति ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें राज्यसभा के लिए मनोनीत करने का फैसला दोगुना अचंभित करने वाला है, क्योंकि यह घोषणा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन की गई है। इंफोसिस फाउंडेशन की पूर्व अध्यक्ष सुधा मूर्ति ने कहा कि उन्होंने कभी किसी पद की लालसा नहीं की और उन्हें कोई जानकारी नहीं है कि सरकार ने उन्हें संसद के उच्च सदन के लिए क्यों मनोनीत किया है।

इंफोसिस फाउंडेशन सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इंफोसिस की कॉरपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) के तहत किए जाने वाले काम को क्रियान्वित करने की इकाई है। सुधा मूर्ति ने इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी का आभार जताते हुए कहा, 'इसकी घोषणा महिला दिवस के दिन की गई है, यह दोगुना अचंभित करने वाला फैसला है। मैं प्रधानमंत्री की आभारी हूं।'

सुधा मूर्ति और द्रौपदी मुर्मू को भेजा राज्यसभा

प्रधानमंत्री ने आज के दिन यह घोषणा भी कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने समाजसेवी और लेखिका सुधा मूर्ति को शुक्रवार को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है।
मोदी ने कहा कि उच्च सदन में उनकी मनोनयन ‘नारी शक्ति’ का एक सशक्त प्रमाण है, जो राष्ट्र की नियति को आकार देने में महिलाओं की ताकत और क्षमता का उदाहरण भी है। उन्होंने कहा, 'मुझे खुशी है कि भारत की राष्ट्रपति ने सुधा मूर्ति जी को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है। सामाजिक कार्य, परोपकार और शिक्षा सहित विविध क्षेत्रों में सुधा जी का योगदान असीम और प्रेरणादायक रहा है।'

इस समय थाईलैंड की यात्रा पर हैं सुधा मूर्ति

इंफोसिस के सह संस्थापक एन आर नारायणमूर्ति की पत्नी सुधा मूर्ति इस समय थाईलैंड की यात्रा पर हैं और मीडिया से बातचीत में उन्होंने यह प्रतिक्रिया दी। उच्च सदन में अपनी भूमिका के बारे में उन्होंने कहा, 'मुझे देखना होगा कि क्या स्थिति है...मैं क्या कर सकती हूं। यह मेरे लिए नया क्षेत्र है। इसलिए, मुझे पहले बैठ कर अध्ययन करना होगा, तभी मैं समझ पाऊंगी कि क्या कर सकती हूं।' उन्होंने कहा कि उन्हें इस घोषणा से सुखद आश्चर्य हुआ।

‘मूर्ति ट्रस्ट’ की अध्यक्ष भी हैं सुधा मूर्ति

इंफोसिस के सह-संस्थापक एन. आर. नारायणमूर्ति की पत्नी ‘मूर्ति ट्रस्ट’ की अध्यक्ष भी हैं और उन्होंने कई किताबें लिखी हैं। मूर्ति 73 वर्ष की हैं और संसद के उच्च सदन के लिए उनका मनोनयन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन हुआ है। उन्हें वर्ष 2006 में पद्मश्री और 2023 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। इसके बाद प्रधानमंत्री ने एक के बाद एक पोस्ट में केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं का जिक्र किया और छोटे-छोटे वीडियो साझा करते हुए इनसे महिलाओं को मिल रहे लाभ को रेखांकित किया।

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Published By : Ravindra Singh

पब्लिश्ड 8 March 2024 at 19:28 IST