अपडेटेड 27 February 2025 at 18:31 IST
उत्तरकाशी में दो दिनों से बर्फबारी का सिलसिला जारी, सेब की खेती के लिए संजीवनी बूटी का कर रही काम
उत्तरकाशी में दो दिनों से उच्चाई क्षेत्रों में बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश का सिलसिला जारी है , जिससे ठिठुरन एक फिर बढ़ गई।
Snowfall in Uttarkashi: उत्तरकाशी में दो दिनों से उच्चाई क्षेत्रों में बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश का सिलसिला जारी है , जिससे ठिठुरन एक फिर बढ़ गई। मौसम के मुताबिक, उत्तरकाशी में 27 फरवरी से एक मार्च तक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस सक्रिय रहेगा। इसके प्रभाव से तेज बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि की भविष्यवाणी की थी जो सही साबित हुई। यही वजह रही कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आज का यानी 27 फरवरी का प्रस्तावित हर्षिल मुखवा दौरा भी खराब मौसम के चलते स्थगित हुआ।
पहाड़ी इलाकों में बारिश और बर्फबारी गंगोत्री, हर्षिल, मां गंगा का शीतकालीन प्रवास मुखवा गांव, धराली, समेत यमुनोत्री तीर्थ धाम, खरशाली, हरकीदून आदि ऊंचाई क्षेत्रों में बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश हो रही है।
जिलाधिकारी एवं जिला आपदा प्रबंधन डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट के निर्देशानुसार जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र के द्वारा विशेष सर्तकता एवं सावधानी बरतते हुये खोज-बचाव कार्य एवं सड़क/पैदल मार्गों से सम्बन्धित उत्तरदायी समस्त विभागों/कार्मिकों, विद्युत विभाग, जलापूर्ति विभाग तथा वन विभाग, पुलिस के कार्मिक सर्तक रहते हुये संसाधनों की तैनाती कर आवश्यक सेवा बाधित होने पर तत्काल सुचारू करवाने का अलर्ट निर्गत किया गया है।
सेब की खेती के लिए किसी संजीवनी बूटी से कम नहीं बर्फबारी
मुख्य उद्यान अधिकारी ने बताया कि यह यहां बारिश और बर्फबारी किसानों की खेती के लिए किसी संजीवनी बूटी से कम नहीं है । उत्तरकाशी सेब एक बाहुल्य क्षेत्र अंतर्गत आता है। सेब की फसल में बहुत जल्दी ही गर्म वाले जलवायु में सिल्वर की पिस्टेज आ गई है ।थोड़े दिनों में गिरिफ्ट की स्टेज आ जायेगी। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी होने से सेब की फसल पर फ्लोरिंग आ जायेगी। इस बार जैसा कि हम उम्मीद कर रहे थे की बारिश और बर्फबारी नवंबर-दिसंबर में होनी चाहिए थी लेकिन मौसम परिवर्तन के कारण यह बारिश अब फरवरी के अंत में हो रही है जिससे फसलों पर कुछ हद तक नमी मिल सकती है।
Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 27 February 2025 at 17:52 IST