अपडेटेड 18 June 2024 at 22:22 IST
Sikkim: लाचुंग से 200 से अधिक पर्यटक सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाये गए, मंगन में स्कूल बंद
सिक्किम के भूस्खलन प्रभावित मंगन जिले के लाचुंग में 200 से अधिक पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया और करीब एक हजार पर्यटक अब भी फंसे हुए हैं।
Sikkim: सिक्किम के भूस्खलन प्रभावित मंगन जिले के लाचुंग में 200 से अधिक पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया और करीब एक हजार पर्यटक अब भी फंसे हुए हैं। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) सोनम देचू भूटिया ने बताया कि पर्यटकों को चुंगथांग के रास्ते मंगन शहर तक पहुंचाया गया, जहां से परिवहन विभाग ने उन्हें वाहनों में गंगटोक ले जाने की व्यवस्था की है।
अधिकारी ने बताया कि उत्तरी सिक्किम के लाचुंग में फंसे करीब 150 पर्यटकों को मंगलवार को और 64 पर्यटकों को सोमवार को मंगन कस्बे में सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। उन्होंने बताया कि बचाव कार्य के लिए जिला प्रशासन सीमा सड़क संगठन (बीआरओ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और अन्य स्वयंसेवकों की मदद ले रहा है।
उन्होंने बताया कि दिन में और भी पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा दिया जाएगा। इसके साथ ही मंगन जिला प्रशासन ने संपत्ति को हुए नुकसान और सड़क अवरुद्ध होने के मद्देनजर छात्रों की सुरक्षा को लेकर मंगलवार को जिले के सभी सरकारी स्कूलों को तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश दिया। जिलाधिकारी हेम कुमार छेत्री द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि मंगन प्रखंड के मानुल, सिंघिक, मंगन तथा मांगशिला क्षेत्र और लिंगदोंग प्रखंड के ही ग्याथांग, पासिंगदोंग, लिंग्ज़्या, तिंगवोंग और गोर क्षेत्र में सरकारी स्कूल अगले आदेश तक बंद रहेंगे।
आदेश में कहा गया कि स्कूलों के प्रधानाचार्य और कर्मचारी कार्यक्षेत्र पर ही रहेंगे। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने पैदल चलने वाले लोगों के लिए तथा वाहनों के सुगम आवागमन के लिए लकड़ी के अस्थायी पुल बनाए हैं। अधिकारियों ने बताया कि 12 जून से लगातार हो रही बारिश ने मंगन में कहर बरपाया, जिससे कई जगह भूस्खलन हुआ और जिले के ज्यादातर हिस्सों से संपर्क टूट गया। कई स्थानों पर सड़कें अवरुद्ध होने के कारण लाचुंग में लगभग 1,200 पर्यटक फंस गए।
पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन के चलते सिक्किम में कम से कम छह लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। अधिकारियों ने बताया कि इस प्राकृतिक आपदा के कारण कई इलाकों में संपत्ति को काफी नुकसान हुआ और बिजली, खाद्य आपूर्ति तथा मोबाइल नेटवर्क भी बाधित है। उन्होंने बताया कि सांकलांग में नवनिर्मित झूला पुल के ढहने के बाद स्थिति गंभीर हो गई क्योंकि यह उत्तरी सिक्किम और जोंगु को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग था।
एक बयान में कहा गया, ‘‘मौसम और भारी वर्षा के कारण पैदा हुए हालात से निपटने की कवायद के तहत बीआरओ ने उत्तरी सिक्किम से संपर्क जल्द से जल्द बहाल करने के लिए जनशक्ति और सरकारी तंत्र जुटाकर काम शुरू कर दिया है।’’
Published By : Shubhamvada Pandey
पब्लिश्ड 18 June 2024 at 22:22 IST