अपडेटेड 15 July 2025 at 16:13 IST
शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष से लौटकर रचा इतिहास तो पूरा देश गदगद, PM मोदी ने दी बधाई, कहा- करोड़ों लोगों के सपनों को दी नई उड़ान
भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला सफलतापूर्वक ISS से पृथ्वी पर वापस लौटे हैं, PM मोदी ने पोस्ट कर शुभांशु को बधाई दी है और स्वागत किया है।
Shubhanshu Shukla Returns From Space: अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर 18 दिनों तक वैज्ञानिक प्रयोग करने के बाद गगनयात्री शुभांशु शुक्ला एक्सिओम-4 मिशन के अपने सहयोगी अंतरिक्षयात्रियों के साथ वापस आए हैं। भारत के लिए ये एक ऐतिहासिक पल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोस्ट कर ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का स्वागत किया है, जो अपने अंतरिक्ष मिशन से पृथ्वी पर लौटे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल से पोस्ट करते हुए शुभांशु शुक्ला की सराहना की। उन्होंने लिखा- 'मैं पूरे देश के साथ ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का स्वागत करता हूं, जो अपने ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन से पृथ्वी पर लौटे हैं। अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का दौरा करने वाले भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री के रूप में उन्होंने अपने समर्पण, साहस और अग्रणी भावना से करोड़ों सपनों को प्रेरित किया है। यह हमारे अपने मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन - गगनयान की दिशा में एक और मील का पत्थर है।' ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की ये उपलब्धि न सिर्फ देश के लिए गर्व का क्षण है, बल्कि युवाओं को भी प्रेरित करने वाला है।
भारत के लिए ऐतिहासिक क्षण
शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का दौरा करने वाले पहले भारतीय गगनयात्री बन गए हैं, मिशन के तहत की गई रिसर्च से न सिर्फ मदद मिलेगी, बल्कि ये ऐतिहासिक क्षण भारत की वैज्ञानिक क्षमता को बल देगा और आने वाली पीढ़ियों को भी अंतरिक्ष की ओर प्रेरित करेगा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी पोस्ट शेयर कर लिखा- 'शुभांशु शुक्ला की ऐतिहासिक एक्सिओम-4 मिशन से सफल वापसी हर भारतीय के लिए फखर का लम्हा है। उन्होंने न सिर्फ अंतरिक्ष को छुआ, बल्कि भारत के सपनों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक जाना और सुरक्षित लौटना सिर्फ एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि भारत की बढ़ती अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं की मिसाल है। मैं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं।'
अंतरिक्ष स्टेशन से वापसी का पूरा सफर
शुभांशु शुक्ला ने एक्सिओम-4 मिशन के तहत 18 दिन अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में बिताए, जहां उन्होंने वैज्ञानिक प्रयोगों में भाग लिया। वे भारत के पहले व्यक्ति बने, जिन्होंने इस ऑर्बिटिंग लेबोरेट्री में काम किया।
सोमवार को दोपहर करीब 3:01 बजे (भारतीय समयानुसार) वे और उनकी टीम-कमांडर पैगी व्हिटसन (अमेरिका), स्लावोज़ उज़्नान्स्की (पोलैंड) और टिबोर कापू (हंगरी), ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के जरिए धरती पर लौटे। अनडॉकिंग के बाद 22 घंटे का रोमांचक सफर तय करते हुए, उनकी कैप्सूल ने पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश किया, जहां 27,000 किमी/घंटा से ज्यादा की रफ्तार, तेज गर्मी और गुरुत्व बल का सामना करना पड़ा। लेकिन पैराशूट की सफल तैनाती के साथ वे सैन डिएगो के पास समुद्र में सुरक्षित उतर गए। यह मिशन भारत के अंतरिक्ष इतिहास में एक प्रेरणादायक अध्याय जोड़ता है, जो गगनयान जैसे भविष्य के अभियानों को मजबूत नींव देता है।
Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 15 July 2025 at 16:01 IST