अपडेटेड 18 March 2025 at 15:08 IST
Shivraj Singh Chouhan: क्या शिवराज राजनीति से लेंगे संन्यास? कहा-बेटों की शादी के बाद वानप्रस्थ आश्रम जा रहे हैं, पूरा समय...
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि आज से मैं गृहस्थ से वानप्रस्थ आश्रम में जा रहा हूं। मेरा लक्ष्य किसानों की सेवा करना है।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि वो अब अपना पूरा समय किसानों की सेवा में लगाना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने गृहस्थ जीवन त्याग कर वानप्रस्थ जीवन में जाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि बेटों की शादी के बाद अब उनके जीवन का मात्र एक ही लक्ष्य है, देश की किसानों की सेवा करना। फसल बीमा योजना पर संसद में बोलते हुए शिवराज ने ये बात कही।
शिवराज सिंह चौहान ने प्रश्नकाल में सदस्यों के पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा, आज से मैं गृहस्थ से वानप्रस्थ आश्रम में जा रहा हूं। आज मेरे बेटों की शादी के बाद ‘रिसेप्शन’ है। मैंने सभी को निमंत्रित किया है। कल से मैं वानप्रस्थी हो जाऊंगा और अपना पूरा समय किसानों की सेवा में लगाऊंगा क्योंकि उनकी सेवा ही मेरे लिए भगवान की पूजा है।
हमरा लक्ष्य किसानों की सेवा- शिवराज
फसल बीमा योजना संबंधी पूरक प्रश्न का उत्तर देते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार से पहले फसल के नुकसान के लिए मुआवजे की सबसे छोटी इकाई तहसील होती थी और जब तक पूरी तहसील में फसल बर्बाद नहीं हो, किसानों को मुआवजा नहीं मिलता था। मोदी की सरकार में गांव को सबसे छोटी इकाई बनाया गया और एक गांव में फसल को नुकसान होने पर भी किसानों को राहत मिलती है।
PM मोदी की तारीफ में शिवराज सिंह ने कही बड़ी बात
प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा करते हुए शिवराज ने कहा कि यदि देश का नेता दूरदृष्टा हो तो व्यवस्थाएं अपने आप बदलने लगती हैं। चौहान ने कहा कि किसानों की हालत एक दशक पहले बहुत खराब थी, लेकिन इस सरकार के आने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एक नहीं, अनेक उपाय किए गए हैं जिसके कारण किसानों की हालत लगातार सुधर रही है। उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार किसानों की हालत सुधारने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
प्रियंका गांधी के सवालों पर दिया ये जवाब
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के उनके संसदीय क्षेत्र वायनाड (केरल) के संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्न के उत्तर में कृषि मंत्री ने कहा, किसान चाहे केरल का हो या कर्नाटक का, किसान होता है। हम सब भारत मां के लाल हैं और भेदभाव का कोई सवाल नहीं है। उन्होंने कहा कि जब भी प्राकृतिक आपदाएं आती हैं तो नीति आयोग की सिफारिश के अनुसार केंद्र सरकार राज्यों को धन देती है और कोई बड़ी प्राकृतिक आपदा हो तो केंद्र सरकार विशेष दल भेजकर अतिरिक्त राशि भी देती है।
देश के हर कोने में किसानों का साथ सरकार खड़ी है
केंद्रीय कृषि मंत्री ने लोकसभा में आगे कहा, केरल को भी एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा राहत कोष) के तहत 138 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए गए। मैं प्रियंका गांधी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि कहीं भी संकट आएगा तो केंद्र बिना भेदभाव के राज्य के साथ खड़ा रहेगा। पिछले दिनों, तेलंगाना में अति वर्षा के कारण बाढ़ की स्थिति निर्मित हुई थी। मैं स्वयं वहां गया था और केंद्रीय टीम ने नुकसान के आकलन की रिपोर्ट जमा की थी।
इनपुट-भाषा
Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 18 March 2025 at 14:54 IST