अपडेटेड 7 March 2024 at 19:42 IST
Republic Summit 2024: 'भारत को भारतीय ही चलाएं, अदालतों में हिंदी में हो सुनवाई', बोले हरीश साल्वे
रिपब्लिक समिट में हरीश साल्वे ने कहा कि मुझे एक ऐसा देश दिखाओ जहां न्यायाधीश न्यायाधीशों की नियुक्ति करते हैं।
Harish Salve in Republic Summit: रिपब्लिक समिट में भारत के पूर्व सॉलिसिटर जनरल और सीनियर एडवोकेट हरीश साल्वे ने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी। इस दौरान उन्होंने कहा कि मुझे भारत के संविधान पर कोई खतरा नहीं दिखता।
‘भारत को भारतीय चलाएं’
इस दौरान उन्होंने अदालतों की सुनवाई हिंदी में होने पर भी सुनवाई की। हरीश साल्वे ने कहा कि अगर अदालतें हिंदी में हो गईं तो मैं काम नहीं कर पाऊंगा, लेकिन क्या ऐसा किया जाना चाहिए? क्यों नहीं? भारत को भारतीयों द्वारा चलाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज मैंने राजनीतिक व्यवस्था में परिवर्तन देखा है। अंग्रेजी बोलने वाली स्कूल संस्कृति से देश को चलाने वाले मिट्टी के बेटों में बदल गया है, वह भी अलग तरीके से।
हरीश साल्वे ने कॉलेजियम सिस्टम पर भी तीखा प्रहार किया। यह पूछे जाने पर कि क्या कॉलेजियम प्रणाली को खत्म कर दिया जाना चाहिए, हरीश साल्वे ने कहा, "मुझे एक देश दिखाओ जहां न्यायाधीश न्यायाधीशों की नियुक्ति करते हैं?" उन्होंने कहा कि कॉलेजियम सिस्टम एक राजनीतिक सिस्टम था।
‘अच्छे जजों की जरूरत है’
उन्होंने कहा कि हरीश साल्वे ने कहा कि देश को एक अच्छी कानूनी प्रणाली की जरूरत है, जो ज्यादातर आयताकार के बजाय पिरामिडनुमा हो। आज दिल्ली में बहुत कम अच्छे जज हैं, हमें और भी अच्छे जजों की जरूरत है। वह आगे यह भी बोले कि न्यायिक प्रणाली में डोमेन विशेषज्ञता लानी होगी। हमारे देश के सर्वोच्च न्यायालय को वहीं वापस जाना होगा जहां उसे होना चाहिए था।
समिट में वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे ने 'संविधान खतरे में है' का दावा करने वाले राजनीतिक दलों की यह कहकर निंदा की कि यह देश भर के लोगों के दिलों में रहता है। 'किसका संविधान खतरे में है? राजनीतिक दलों का संविधान या भारत का? उन्होंने कहा कि मुझे संविधान के लिए कोई खतरा नहीं दिखता।
PM मोदी हैं चीफ गेस्ट
रिपब्लिक समिट खबर और खबर के पीछे की खबरों का सबसे बड़ा मंच है। इस बार समिट का थीम ‘Bharat: The Next Decade’ है। इस समिट में बतौर चीफ गेस्ट पीएम नरेंद्र मोदी होंगे जो बदलते भारत और भारत के सपनों पर अपनी राय रखेंगे।
Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 7 March 2024 at 19:02 IST