अपडेटेड 23 March 2025 at 07:23 IST
'याद रखिए योगी जी, परिवर्तन होना...', भड़काऊ बयान देने के आरोप में मामला दर्ज,फिर भी नहीं माने यति नरसिंहानंद, जानिए क्या कहा
Yeti Narasimhanand Giri: यति नरसिंहानंद गिरि ने मामला दर्ज होने के बाद एक बार फिर महात्मा गांधी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की।
Yeti Narasimhanand Giri: डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद गिरि पर नफरत फैलाने और जिले के शीर्ष पुलिस अधिकारियों के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में शुक्रवार को मामला दर्ज हुआ। इसके बाद उन्होंने एक वीडियो जारी कर खुद के खिलाफ दर्ज FIR का स्वागत किया। साथ ही एक बार फिर महात्मा गांधी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की। इस दौरान उन्होंने सीएम योगी को संबोधित करते हुए कहा कि परिवर्तन तो होकर ही रहेगा।
यति नरसिंहानंद गिरि ने जारी नए वीडियो में कहा कि कल जो लोनी में हुआ उसका मैंने पुरजोर विरोध किया। मैंने महात्मा गांधी और पुलिस कमिश्नर के बारे में कुछ कहा था जिसे लेकर मेरे खिलाफ 5 अलग-अलग धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है। मैं इस एफआईआर का स्वागत करता हूं।
'मैं गांधी को इतिहास का सबसे बड़ा गद्दार…'
सीएम योगी को संबोधित करते हुए उन्होंने आगे कहा, 'मैं सीएम योगी को बता देना चाहता हूं कि जब पहली बार आपसे मेरी मुलाकात हुई थी तब आप दिल्ली में हिंदू महासभा भवन आए थे। उस समय दिनेश सन त्यागी हिंदू महासभा के राष्ट्र अध्यक्ष हुआ करता था। मैं उस समय राष्ट्र उपाध्यक्ष या फिर मंत्री था। उसके कुछ दिन बाद मैं यूपी में हिंदू महासभा का अध्यक्ष बना। वीर सावरकर, नाथू राम गोडसे और आपके दादा गुरु दिग्गविजयनाथ महाराज मेरे आदर्श हैं। दुनिया में कोई भी, किसी भी मजबूरी से महात्मा गांधी को अपना पिता मान लें, लेकिन मैं महात्मा गांधी को अपना पिता नहीं मानता। मैं महात्मा गांधी को इतिहास का सबसे बड़ा गद्दार मानता हूं, जिसकी वजह से हम 100 करोड़ हिंदुओं के पास एक इंच भी जगह नहीं है अपना देश कहने के लिए। मैं गांधी और नेहरू दोनों को गद्दार मानता हूं।'
यति नरसिंहानंद गिरि ने दोहराते हुए कहा कि ‘मैं इन्हें (महात्मा गांधी) अपने राष्ट्र का पिता नहीं मानता। जिन्होंने माना होगा वो मानते होंगे। लेकिन मैं नहीं मानता और न ही कभी मानूंगा।’
CM योगी को लेकर क्या बोले नरसिंहानंद?
उन्होंने आगे थाने में अपने समर्पण को लेकर कहा, 'कल हमारे यहां एक्स मुस्लिम यानि वो लोग जो इस्लाम को छोड़ चुके हैं, उनका एक छोटा सा अधिवेशन है। यहां उस पर आतंकवादी कार्रवाई का खतरा है। ऐसे मैं अपने साथियों को छोड़कर नहीं जा सकता। कल के लिए मुझे माफ करें। कल मैं किसी भी तरह से आत्मसमर्पण नहीं करूंगा। कल यही मंदिर में रहूंगा। रविवार या फिर सोमवार को मुझे अनशन करना था। अगर आप मुझे इजाजत दें, तो दो दिन मुझे मंदिर में बहुत जरूरी काम है, मैं मां वल्गामुखी का अनुष्ठान भी कर रहा हूं। सोमवार को सुबह ही मैं कमिश्नर अजय मिश्रा के, जिन्होंने गाजियाबाद की गंदगी में नया अध्याय जोड़ा, जिसके लिए गाजियाबाद उन्हें याद करेगा, और इस बात को भी याद करेगा कि किस प्रकार राजनीतिक संरक्षण इस धर्मद्रोही को प्राप्त था, ऑफिस में अकेला जाऊंगा। न ही कोई शक्ति प्रदर्शन है और न ही कोई दिखावा है, सिर्फ धर्म के लिए मर-मिटने की इच्छा है। मैं अपना परिवार और सबकुछ धर्म पर बलिदान होने के लिए छोड़ा था। लोग अपना उद्देश्य भूल गए होंगे लेकिन मैं आज भी जानता हूं कि मेरे परिवार, बच्चों और शिष्यों ने मेरा साथ देने की क्या कीमत चुकाई है। आज समय आया है उन सभी के उपकार का बदला चुकाने का, बड़े गर्व से कमिश्नर के कार्यालय जाऊंगा, जो करना चाहो कर लो। पहले मरवा दो, बाद में मरवा दो, पिटवा दो, कटवा लो, कुछ भी कर लो, लेकिन मैं झुकूंगा नहीं। जो भी होगा देखा जाएगा। एक बात याद रखिए सीएम योगी, परिवर्तन तो होना ही है। आज नहीं तो कल होगा। गद्दारों की आंखों में प्रायश्चित का जल होगा, जो होगा देखा जाएगा। जो कर सकते हैं कर लीजिए।'
क्या है पूरा मामला?
दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक, डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद गिरी पर महात्मा गांधी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने और धार्मिक भावनाओं को भड़काने, आपराधिक धमकी देने, अपमान करने, बदनाम करने और सार्वजनिक शांति भंग करने के इरादे से शब्दों का इस्तेमाल करने का आरोप है। शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया है कि एक वीडियो में गाजियाबाद के पुलिस आयुक्ता और लोनी के सहायक पुलिस आयुक्त के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया है। पुलिस उपायुक्त सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि शुक्रवार को वेव थाने में दर्ज शिकायत के अनुसार यति नरसिंहानंद गिरी के बयान उकसावे वाले और सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने वाले थे।
Published By : Priyanka Yadav
पब्लिश्ड 23 March 2025 at 07:23 IST