अपडेटेड 27 July 2021 at 20:11 IST
मुंबई: भारी बारिश के बीच 3.5 फुट की मॉनिटर छिपकली को किया गया रेस्क्यू, देखिए तस्वीरें
मुंबई में भारी बारिश के बीच 3.5 फुट की मॉनिटर छिपकली को ऑटोरिक्शा से रेस्क्यू किया गया है।
मुंबई इस समय मूसलाधार बारिश की वजह से भारी समस्या से गुजर रहा है। इसी बीच मुलुंड पश्चिम में सोमवार को भारी बारिश के दौरान साढ़े तीन फीट लंबी छिपकली एक ऑटोरिक्शा में घुस गई, जिससे आस-पास के इलाको में अफरातफरी मच गई। रेकिंक एसोसिएशन फॉर वाइल्डलाइफ वेलफेयर के एक्टिविस्ट ने छिपकली को ऑटो की पैसेंजर सीट के नीचे से रेस्क्यू कर लिया और बाद में वन अधिकारियों को सौंप दिया गया है।
RAWW के पवन शर्मा ने कहा कि भारी बारिश के कारण बंगाल मॉनिटर में शायद छिपकली के आवास को नुकसान पहुंचा होगा, और फिर वो किसी शेल्टर की तलाश में ऑटो रिक्शा में घुस गया होगा, उन्होंने कहा- रेस्क्यू किये गए छिपकली के शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले है। उसके ऑटोरिक्शा के सीएनजी सॉकेट में फंसने की वजह से उसे निकालने में थोड़ी मुश्किल हुई है।
मुंबई पुलिस को ट्विटर पर शिकायत मिली थी कि एलबीएस रोड पर ऑटो में एक मॉनिटर छिपकली मिली, जिसे वन विभाग और RAWW को भेज दिया गया था। इस मौके पर दो सदस्यीय टीम ने एक घंटे की मशक्कत के बाद छिपकली को सुरक्षित बचा लिया।
RAWW के सदस्य जोआकिम नाइक और ऋतिक जायसवाल ने रेस्क्यू कर छिपकली को वन विभाग को सौंप दिया, जंगल में छोड़ने से पहले उसकी मेडिकल जांच की गई है।
मॉनिटर छिपकली का दिखना मुंबई में आम बात है
मुंबई के आरे जंगल और संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान और वनस्पति में पाए जाने वाले भारतीय मॉनिटर छिपकली की काफी आबादी है। आशंका जताई जा रही कि ये छिपकली बाढ़ के दौरान अपना रास्ता भूल गया था और एक गर्म जगह की तलाश में था।
वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची के तहत मॉनिटर छिपकली को संरक्षित किया गया है, जो इसे बाघों और तेंदुओं जैसी सुरक्षा प्रदान करता है। मॉनिटर छिपकली अपने अलग प्रजाति होने के कारण अक्सर अपने मांस, रक्त और तेल के लिए शिकार कर दिए जाते है। इसमें कई चिकित्सक गुण भी पाए जाते हैं।
Published By : Nisha Bharti
पब्लिश्ड 27 July 2021 at 20:03 IST

