अपडेटेड 2 October 2022 at 08:26 IST
Pune Bridge Demolition: पुणे का Chandni Chowk ब्रिज हुआ जमींदोज; ये है ध्वस्त करने का बड़ा कारण
Pune Chandni Chowk Bridge: पुणे में चांदनी चौक ब्रिज को 2 अक्टूबर की सुबह ब्लास्ट तकनीकी से जमींदोज कर दिया गया।
Pune Chandni Chowk Bridge: महाराष्ट्र के पुणे में चांदनी चौक ब्रिज (Chandni Chowk Bridge) को 2 अक्टूबर की सुबह ब्लास्ट तकनीकी (Blast Technique) से जमींदोज कर दिया गया। इस ब्रिज को गिराने के लिए प्रशासन की ओर से सख्त इंतजाम किए गए थे। वहीं ब्रिज को ढहाने से पहले वहां की सड़कों को खाली कराया गया। साथ ही आवागमन को पूरी तरह से रोक दिया गया था।
बता दें कि पुणे के चांदनी चौक ब्रिज को धराशाई करने का टेंडर एफिडाइस कंपनी को दिया गया। ये वही कंपनी है जिसने नोएडा के ट्वीन टावर को जमींदोज किया था। चांदनी चौक के ब्रिज को ध्वस्त करने में 6 सैकेंड का समय लगा। जिसके बाद अब यहां से मलबा हटाने का काम किया जा रहा है।
ब्रिज को गिराने के लिए तकरीबन 1300 छेद किए गए और उसमें लिक्विड बारूद भरा गया था। इसके बाद बारूद में ब्रिज से डेटोनेटर के जरिये करेंट पास किया गया। इसके अलावा गिराने के लिए 500 सैंड बैग, 800 मीटर का रबर मैट, 6500 मीटर चैनल लिंक के साथ 7500 वर्ग मीटर जियोटेक्सटाइल का उपयोग किया गया।
इस ब्रिज को ट्वीन टावर की तरह ही धराशाई किया गया। हालांकि इसे जमींदोज करने के लिए कई सामान नोएडा ट्वीन टावर से अलग लगे। पुणे के चांदनी चौक ब्रिज को गिराने का बड़ा कारण जाम बताया जा रहा है। जहां पुल के नीचे सकरी सड़क पर रोज भारी जाम लग जाता था, ऐसे में जाम से छुटकारा पाने के लिए इस ब्रिज को ध्वस्त किया गया। अब वहां के सकरे रोड को चौड़ा करने पर काम किया जाएगा, ताकि लोगों को आवागमन में किसी तरह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
पीटीआई के मुताबिक, इस पुल के जगह एक फ्लाईओवर बनाया जाएगा। इस काम का जिम्मा भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और स्थानीय सिविक प्राधिकारियों के पास है। अधिकारियों ने बताया कि पुल को ढहाने का काम एडिफिस इंजीनियरिंग के दल ने एनएचएआई प्राधिकारियों के साथ मिलकर किया। इसी कंपनी ने इस साल अगस्त में नोएडा के सुपरटेक ट्विन टावरों को ढहा दिया था।
उन्होंने बताया कि शनिवार सुबह से ही घटनास्थल पर जिला अधिकारियों के साथ पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया। शनिवार को रात 11 बजे के बाद इस इलाके की घेराबंदी की गई ताकि पुल गिराने के लिए विस्फोटक में देरी ना हो और समय पर पुल को धराशाई कर दिया जाए।
इससे पहले केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को चांदनी चौक में हो रहे पुल संबंधी कार्य का हवाई निरीक्षण किया था और यातायात के मुद्दों को हल करने के लिए स्थानीय प्राधिकारियों से बातचीत की। वहीं इस साल अगस्त में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने यातायात की स्थिति की समीक्षा करने के लिए इलाके का दौरा किया था।
Published By : Priyanka Yadav
पब्लिश्ड 2 October 2022 at 08:26 IST