अपडेटेड 5 March 2025 at 23:20 IST
राष्ट्रपति मुर्मू ने ‘विविधता का अमृत महोत्सव’ का उद्घाटन किया
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने “विविधता का अमृत महोत्सव” के दूसरे संस्करण का उद्घाटन किया और कहा कि इस आयोजन के माध्यम से लोगों को दक्षिण भारत की कला और संस्कृति के बारे में पता चलेगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को “विविधता का अमृत महोत्सव” के दूसरे संस्करण का उद्घाटन किया और कहा कि इस आयोजन के माध्यम से लोगों को दक्षिण भारत की कला और संस्कृति के बारे में पता चलेगा।
भारत की समृद्ध विविधता का जश्न मनाने और उसे प्रदर्शित करने के लिए राष्ट्रपति भवन में “विविधता का अमृत महोत्सव” का आयोजन किया जा रहा है।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, इस उत्सव का दूसरा संस्करण दक्षिणी राज्यों पर केंद्रित है।
राष्ट्रपति ने कहा कि “विविधता का अमृत महोत्सव” के दूसरे संस्करण में लोगों को पांच राज्यों - कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश - और केंद्र शासित प्रदेशों लक्षद्वीप और पुडुचेरी की जीवंत सांस्कृतिक विरासत के बारे में पता चलेगा।
मुर्मू ने कहा कि उन्हें यह जानकर खुशी हो रही है कि लगभग 500 कारीगर और बुनकर इस उत्सव में भाग ले रहे हैं।
उन्होंने लोगों से इस महोत्सव में भाग लेने, दक्षिण भारत की कला और संस्कृति के बारे में जानने का आग्रह किया और कहा कि इससे सभी कारीगरों का मनोबल भी बढ़ेगा।
इस आयोजन को पूर्वोत्तर, दक्षिणी, उत्तरी, पूर्वी, पश्चिमी और मध्य क्षेत्रों तथा केंद्र शासित प्रदेशों को समर्पित सात अलग-अलग संस्करणों में बांटा गया है।
यह कार्यक्रम कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, लक्षद्वीप और पुडुचेरी की समृद्ध विरासत और जीवंत संस्कृतियों को प्रदर्शित करता है।
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 5 March 2025 at 23:20 IST