अपडेटेड 23 July 2021 at 08:52 IST
यूपी विधानसभा चुनाव: मायावती ने बदला 'ब्राह्मण सम्मेलन' का नाम, आज से शुरू करेंगी विचार गोष्ठी
बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती आज से उत्तर प्रदेश में 'ब्राह्मण सम्मेलन' की शुरुआत करेंगी।
उत्तर प्रदेश में अगले साल 2022 में विधानसभा चुनाव होने वाला है। इस चुनाव को नजदीक देख सभी राजनीतिक पार्टियां चुनावी तैयारियों में जुट गई हैं। साथ ही जातीय समीकरण भी बैठाना शुरू कर दी हैं। इसी कड़ी में बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने ब्राह्मण कार्ड खेला है। बसपा आज से सूबे में ब्राह्मण सम्मेलन की शुरुआत करेंगी। हालांकि बसपा ने इस सम्मेलन का नाम विचार गोष्ठी रखा है।
बसपा नेता सतीश मिश्रा के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के कई जिलों में ब्राह्मण सम्मेलन किया जाएगा। पहले चरण में 23 जुलाई से 29 जुलाई तक लगातार छह जिलों में विचार गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। इस गोष्ठी का शुरुआत अयोध्या से की जाएगी।
आपको बता दें कि 2007 में भी बसपा ने चुनाव से पहले इस तरह का आयोजन किया था, जिससे बसपा प्रमुख को सत्ता पाने में मदद मिली थी। ब्राह्मण की वोट के कारण ही बसपा 2007 में राज्य विधानसभा की 403 सीटों में से 206 सीटों पर जीत दर्ज कर सत्ता में आई थी।
आपको बता दें कि आंकड़ों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण समाज के पास करीब 18 फीसदी वोट है, जो सूबे की 100 सीटों पर हार और जीत तय करता है। इसी वजह से राज्य में सभी राजनीतिक दलों की निगाहें ब्राह्मण वोटरों को साधने में लगी है। उत्तर प्रदेश का इतिहास इस बात की गवाही देता है कि सूबे में जिस भी पार्टी को ब्राह्मण समाज की एक मुश्त वोट मिली है वो सरकार बनाने में कामयाब हुई है।
बसपा का ब्राह्मण सम्मेलन
बसपा अब खाटी जाति सियासत पर उतर आई है। पार्टी आज से उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण सम्मेलन शुरू करने जा रही है। अयोध्या से शुरू होकर ये सम्मेलन 6 और जिलों में भी होगा। जबकि मायावती के गढ़ कहे जाने वाले अंबेडकर नगर में पार्टी दो दिन सम्मेलन करेगी।
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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव
उत्तर प्रदेश में 2022 में विधानसभा चुनाव होगा। इस चुनाव में सभी पार्टियां दावा कर रही हैं इस बार उनकी सरकार बनेगी। हालांकि 2017 के आंकड़ों को देखा जाए तो बीजेपी अभी तक सभी पार्टियों पर हावी पड़ रही है। 2017 के विधानसभा चुनाव में राज्य की प्रमुख पार्टी होने के बावजूद बसपा 19 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं इस चुनाव में सपा और कांग्रेस ने एक साथ लड़ा था, लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व में ये गठबंधन फेल हो गया है। सपा और कांग्रेस इस चुनाव में 54 सीटों पर जीत दर्ज कर पाई थी। भाजपा ने इस चुनाव में 312 सीटों पर जीत हासिल की थी। बता दें कि उत्तर प्रदेश में कुल 403 विधानसभा सीटें हैं।
Published By : Ritesh Mishra
पब्लिश्ड 23 July 2021 at 08:52 IST