अपडेटेड 12 August 2025 at 07:23 IST

'कभी अपने पैसे से खाना नहीं खाते उद्धव ठाकरे...', नितेश राणे का पूर्व CM पर बड़ा कटाक्ष, कहा- कपड़ों के लिए भी पैसे खर्च नहीं करते

Maharashtra Politics : नितेश राणे का उद्धव ठाकरे पर किया गया यह हमला महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है। राणे ने सीधे तौर पर ठाकरे की कार्यशैली और जीवनशैली पर सवाल उठाए हैं।

Follow :  
×

Share


नितेश राणे का उद्धव ठाकरे पर बड़ा कटाक्ष | Image: ANI

Maharashtra News : महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार में मंत्री नितेश राणे ने शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे पर तीखा कटाक्ष किया है। उन्होंने ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि वे कभी अपने पैसे से खाना नहीं खाते और उनकी जीवनशैली पूरी तरह दूसरों के भरोसे चलती है। राणे ने सीधे तौर पर ठाकरे की कार्यशैली और जीवनशैली पर सवाल उठाए हैं।

नितेश राणे ने ठाकरे की तुलना बॉलीवुड फिल्म 'गजनी' के किरदार से करते हुए तंज कसा कि अगर 'गजनी-2' बनानी हो, तो आमिर खान की जगह उद्धव ठाकरे इसके लिए रेडीमेड किरदार हैं, जिन्हें “बॉडी पर कुछ लिखने की भी जरूरत नहीं।” नितेश राणे ने उद्धव ठाकरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए फ्री की आदतों पर सवाल खड़े किए। उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि "उद्धव ठाकरे कभी खुद के पैसे से खाना नहीं खाते हैं, ये मैं जिम्मेदारी से बोल सकता हूं। अगर भ्रष्टाचार की पूरी लिस्ट सुनानी हो तो मुझे थोड़ा वक्त चाहिए। फ्री की मछली खिलाते-खिलाते मैं बता सकता हूं।"

'फ्री का खाना ले जाते थे'

राणे ने दावा किया कि उद्धव ठाकरे पहले उनके पिता के पास अपने लोगों को भेजकर फ्री का खाना मंगाते थे। उन्होंने यह भी कहा कि ठाकरे न केवल खाने, बल्कि गाड़ी, एयरकंडीशनर, और यहां तक कि कपड़ों के लिए भी अपने पैसे खर्च नहीं करते। राणे ने जिम्मेदारी लेते हुए कहा, 

"उद्धव ठाकरे कभी अपने पैसे से खाना नहीं खाते, ये मैं दावे के साथ कह सकता हू।"

क्या ठाकरे का आएगा जवाब

नितेश राणे का यह बयान महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा कर सकता है। ठाकरे पर इस तरह के व्यक्तिगत हमले और भ्रष्टाचार के आरोपों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। राणे का यह बयान न केवल ठाकरे की जीवनशैली पर सवाल उठाता है, बल्कि उनकी विश्वसनीयता और नेतृत्व को भी चुनौती देता है। अब यह देखना बाकी है कि शिवसेना (यूबीटी) और ठाकरे इस हमले का जवाब कैसे देते हैं। यह बयान आने वाले दिनों में राजनीतिक चर्चाओं का केंद्र बन सरकता है।

ये भी पढ़ें : Uttarakhand: धराली में रोका गया रेस्क्यू ऑपरेशन, अब भी मलबे में दबी कई जिंदगी, 1000 से ज्यादा लोग बचाए गए 

Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 12 August 2025 at 07:19 IST