अपडेटेड 14 February 2022 at 13:48 IST
Pulwama Attack: RJD ने केंद्र से पूछा 'कैसे पहुंचा RDX?' सुरक्षा चूक पर मांगे जवाब
Pulwama Attack: आज पुलवामा हमले की तीसरी वर्षगांठ मनाई जा रही है। इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। हमले को लेकर राजद ने सवाल उठाया है।
Pulwama Attack: आज पुलवामा हमले की तीसरी वर्षगांठ मनाई जा रही है। इधर, हमले को लेकर राजद ने सवाल उठाया है कि RDX से भरी कार CRPF वैन के पास कैसे पहुंची? अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के माध्यम से राजद ने सुरक्षा चूक पर राष्ट्र को जानकारी देने के लिए केंद्र से सवाल किया और आरोप लगाया कि उसने इसकी जांच के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। 14 फरवरी 2019 को जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकी के आत्मघाती हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे।
'RDX कैसे पहुंचा पुलवामा?'
राजद ने ट्वीट करते हुए लिखा, "पुलवामा में RDX कैसे पहुंचा? इस सवाल का जवाब देश का हर एक नागरिक जानना चाहता है। लेकिन भाजपा सरकार ने अब तक कुछ कदम नहीं उठाएं। पुलवामा में वीरों ने जो जान देश पर वारी है, दुश्मन की औकात नहीं ये अपनों की गद्दारी है !"
इससे पहले 2020 में राहुल गांधी पर हमले का राजनीतिकरण का आरोप लगा था। गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए हमले से संबंधित तीन सवाल किए थे। पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद द्वारा हमले की जिम्मेदारी लेने के बावजूद गांधी ने सवाल किया था कि 'सबसे ज्यादा फायदा किसे हुआ?' इसके अलावा, उन्होंने पूछा था कि हमले की जांच के नतीजे क्या हैं और पूछा कि सुरक्षा चूक के लिए किसे जिम्मेदार ठहराया गया है।
इससे पहले दिन में पीएम मोदी ने पुलवामा आतंकी हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। अपनी श्रद्धांजलि में पीएम मोदी ने लिखा कि बहादुरों का बलिदान 'हर भारतीय को एक मजबूत और समृद्ध देश की दिशा में काम करने के लिए प्रेरित करता है'। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी और 'आतंकवाद को जड़ से खत्म करने' का संकल्प लिया।
पुलवामा हमला
14 फरवरी, 2019 को जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरक्षाकर्मियों को ले जा रहे वाहनों के एक काफिले पर भारत के जम्मू और कश्मीर के पुलवामा जिले के लेथपोरा (अवंतीपोरा के पास) में एक वाहन-जनित आत्मघाती हमलावर ने हमला किया। इस हमले में CRPF के 40 जवानों और हमलावर की मौत हो गई थी। हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। तब से सेना द्वारा मॉड्यूल के मुख्य साजिशकर्ताओं को समाप्त कर दिया गया है।
2020 में लेथपोरा कैंप में 40 जवानों की याद में एक स्मारक बनाया गया था। सभी 40 कर्मियों के नाम उनकी तस्वीरों के साथ स्मारक का हिस्सा है। स्मारक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) 'सेवा और निष्ठा' (सेवा और वफादारी) के आदर्श वाक्य को भी प्रदर्शित करता है।
Published By : Munna Kumar
पब्लिश्ड 14 February 2022 at 13:48 IST