अपडेटेड 14 June 2023 at 15:38 IST
Bihar: होने वाले मंत्री रत्नेश सदा बोले- घूम रहा था तभी फोन आ गया- CM ने बुलाया है और फिर लेटर...
अब रत्नेश सदा ने खुद इस बात की पुष्टि कर दी है कि वो 16 जून को नई जिम्मेदारी संभालने वाले हैं।
Ratnesh Sada: संतोष मांझी के नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा के बाद सबसे ज्यादा चर्चा इस बात पर हो रही है कि अब इस जिम्मेदारी को नीतीश किसके कंधे पर देंगे। JDU विधायक रत्नेश सदा का नाम इस लिस्ट में सबसे आगे था। मंगलवार देर शाम उन्होंने मुख्यमंत्री से मुलाकात भी की थी। संतोष के इस्तीफे के बाद ही उन्हें पटना में हाजिरी लगाने को कहा था।
अब रत्नेश सदा ने खुद इस बात की पुष्टि कर दी है कि वो नई जिम्मेदारी संभालने वाले हैं। रत्नेश ने बताया कि मैं अपने क्षेत्र में घूम रहा था तभी अचानक संसदीय कार्य मंत्री जी का फोन आया कि तुम पटना आ जाओ उसके बाद मुख्यमंत्री जी का भी फोन आया। मुख्यमंत्री जी से मुलाकात हुई और राजभवन से अब मुझे ऑफिशियल लेटर भी मिल गया है कि 16 तारीख को सुबह 10:30 बजे शपथ ग्रहण समारोह रखा जाएगा।
मेरे मंत्री बनने से नीतीश जी को हुई खुशी
मंत्री बनने की खुशी पर इमोशनल होते हुए रत्नेश सदा ने बताया कि मंंत्री पद मिलने की खुशी मुझसे ज्यादा मुख्यमंत्री जी को है। नीतीश के साथ मुलाकात के बारे में बताते हुए रत्नेश सदा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों पर ध्यान रखो। जो कसम मांझी जी ने तोड़ा है उसे पुरा करो। मांझी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने दलित और मुसलमान को गाली देने का काम किया है।
महागठबंधन में कोई दरार नहीं-रत्नेश सदा
संतोष मांझी के इस्तीफे के बाद महागठबंधन में आई दरार पर रत्नेश सदा ने कहा महागठबंधन में कोई दरार नहीं है। मांझी के जाने से महागठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा और 2024 में मांझी शिखर हो जाएंगें। बता दें कि संतोष मांझी के इस्तीफे को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा थि उनकी चिट्ठी से यह साफ हो गया कि अव बो महागठबंधन का हिस्सा नहीं रहना चाहते हैं।
3 बार के विधायक रत्नेश सदा
बता दें कि रत्नेश सदा सहरसा के सोनबरसा से JDU विधायक हैं। इनका पैत्रिक गांव महिषी प्रखंड के कुंदह में है। यह अनिसूचित जाती (मूसरह समाज) से आते है और अपने समाज में इनकी अच्छी पकड़ है। यही वजह की पिछले 11 साल से सोनबरसा राज (सुरक्षित) विधानसभा से जदयू की टिकट पर लगातार चुनाव लड़ रहे हैं और वो विजयी भी रहे हैं। रत्नेश सदा ने 2010 से विधानसभा चुनाव लड़ना शुरू किया था। उन्होंने संस्कृत से आर्चाय की डिग्री भी हासिल की है।
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Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 14 June 2023 at 15:52 IST