अपडेटेड 6 June 2023 at 20:17 IST
सांसदी गई, बंगला गया और अब राहुल गांधी के पर्सनल स्टाफ भी लिए गए वापस, केरल सरकार का फैसला
केरल सरकार ने वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी राज्य की ओर से मिले दो सरकारी कर्मचारियों (Personal Assistant) को वापस ले लिया है।
Modi Surname Case: ‘मोदी सरनेम’ मामले में दोषी साबित होने के बाद पहले सासंदी फिर सरकारी बंगला गंवाने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को एक और झटका लगा है। केरल सरकार ने राज्य की ओर से वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी को मिले दो सरकारी कर्मचारियों (Personal Assistant) को वापस ले लिया है।
प्रशासन के संयुक्त सचिव की ओर से जारी आदेश में निजी सहायक (Personal Assistant) रतीश कुमार के आर और ड्राइवर मोहम्मद रफी को उनके कार्यों से मुक्त किया जाता है। रतीश कुमार और मोहम्मद रफी को उनके पहचान पत्र वापस करने के लिए कहा गया है।
खाली किया था सरकारी बंगला
'मोदी सरनेम' मामले में दो साल की सजा पाने के बाद कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द हुई तो उन्हें सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस मिला था। राहुल गांधी ने पूरी तरह से 12 तुगलक लेन के अपने सरकारी आवास को खाली कर दिया है। उन्होंने अपना सारा सामान शिफ्ट कर दिया है। गौरतलब है कि 2019 में राहुल गांधी केरल के वायनाड से सांसद चुने गए थे। उन्हें तुगलक लेन में सरकारी बंगला अलाट किया गया था। यह बंगला उन्हें साल 2005 में दिया गया था।
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क्या है मानहानि का मामला?
राहुल को 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान एक रैली में दिए बयान पर 23 मार्च 2023 को मानहानि के मामले में दोषी ठहराया गया था। उन्होंने कर्नाटक के कोलार में पीएम नरेंद्र मोदी के सरनेम को लेकर जातिसूचक टिप्पणी की थी। जिसकी शिकायत गुजरात के बीजेपी नेता पूर्णेश मोदी ने की थी। इसी मामले में अदालत ने उन्हें दोषी पाया है। अदालत से दोषी करार दिए जाने के बाद लोकसभा ने कनूनी प्रक्रिया के तहत उनकी सदस्यता रद्द कर दी थी।
Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 6 June 2023 at 20:17 IST