अपडेटेड 10 February 2025 at 17:48 IST

'राहुल गांधी को एक महीने की मोहलत, जवाब नहीं दिया तो हिंदू धर्म से किया जाएगा बहिष्कार', धर्म संसद में आया प्रस्ताव

राहुल गांधी ने बलात्कारियों के संरक्षण की बात करते हुए कथित मनुस्मृति को लेकर हाल ही में एक बयान दिया था जिसकी वजह से वह विवादों में फंसते नजर आ रहे हैं।

Follow :  
×

Share


Rahul Gandhi | Image: x

Rahul Gandhi : राहुल गांधी एक बार फिर विवादों में फंसते नजर आ रहे हैं। हाल ही में उन्होंने बलात्कारियों के संरक्षण की बात करते हुए कथित मनुस्मृति को लेकर बयान दिया था। अब उनके इस बयान की कड़ी निंदा की जा रही है। साथ ही नेता प्रतिपक्ष को अपने बयान के पक्ष में सफाई देने के लिए एक महीने की मोहलत दी गई है। अगर महीने भर के अंदर जवाब नहीं मिलता है तो उनका हिंदू धर्म से बहिष्कार कर दिया जाएगा।

दरअसल, राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर हिंदू धर्म संसद से बहिष्कृत करने का प्रस्ताव आया है। स्वामी अंविमुक्तेश्वरानंद ने राहुल गांधी को लेकर कहा कि एक महीने के अंदर राहुल गांधी को हिंदू धर्म संसद के सम्मुख उपस्थित होकर जवाब देना होगा। अगर राहुल गांधी एक महीने के भीतर अपना पक्ष नहीं रख पाते हैं तो उन्हें हिंदू धर्म से बहिष्कृत करने की घोषणा की जाएगी।

'राहुल गांधी माफी मांगें नहीं तो…'

स्वामी अंविमुक्तेश्वरानंद ने कहा, ‘सोशल मीडिया पर लगातार प्रसारित हो रहे एक वीडियो क्लिप में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को बयान देते हुए दिखाया जा रहा है कि मनुस्मृति बालात्कारियों को संरक्षण देती है। उनके इस बयान से मनुस्मृति को पवित्र ग्रंथ मानने वाले करोड़ों आस्थावान लोगों को बहुत बड़ी पीड़ा हुई है। उनकी ओर से धर्मानंद ने निंदा प्रस्ताव रखा है। परमधर्म संसद 1008 राहुल गांधी के इस बयान की घोर निंदा करती है और जल्द ही अपने बयान को स्पष्ट करने या माफी मांगने की मांग करती है।’

उन्होंने आगे कहा, 'एक महीने के अंदर राहुल गांधी यह भी बताए कि इस परिस्थिति में उन्हें हिंदू धर्म के ग्रंथ की निंदा करने के कारण हिंदू धर्म से बहिष्कृत क्यों न घोषित किया जाए। अगर वह जवाब नहीं देते हैं तो एक रिमाइंडर के बाद उन्हें हिंदू धर्म से बहिष्कार करने की घोषणा कर दी जाएगी।'

राहुल गांधी ने क्या कहा था?

राहुल गांधी ने हाथरस गैंगरेप की घटना का जिक्र करते हुए संसद में कहा था कि ‘जिन्होंने गैंगरेप किया वह बाहर घूम रहे हैं और लड़की का परिवार अपने घर में बंद है। लड़की का परिवार बाहर नहीं जा सकता है क्योंकि जो अपराधी है वो उन्हें धमकाते हैं और खुद बाहर घूमते हैं। बेटी का जो अंतिम संस्कार था वो भी नहीं करने दिया और मुख्यमंत्री ने इस बारे में खुलकर मीडिया में झूठ बोला है। यह संविधान में कहा लिखा है कि जो बलात्कार करते हैं वो बाहर रहे और जिसका रेप हुआ है, उस परिवार को बंद कर दिया जाए। ऐसा कहां लिखा है संविधान में। ये आपकी किताब मनुस्मति में लिखा हुआ है, संविधान में नहीं लिखा।’ 

यह भी पढ़ें: महाकुंभ जाम से बचने का अनोखा तरीका, MP में बांटा जा रहा गंगाजल, कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने मंगाया 40 हजार लीटर जल
 

Published By : Priyanka Yadav

पब्लिश्ड 10 February 2025 at 17:44 IST