अपडेटेड 27 July 2024 at 15:06 IST
नीति आयोग की बैठक में क्या ममता बनर्जी के साथ हुआ था भेदभाव? BJP के मंत्रियों ने बताई पूरी सच्चाई
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि ममता बनर्जी ने दावा किया है कि उनका माइक बंद कर दिया गया था, जो सच नहीं है।
West Bengal CM Mamata Banerjee: दिल्ली में नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की 9वीं बैठक हुई, जिसमें INDI गठबंधन के बाकी दलों के फैसले को दरकिनार करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल तो हो गईं, लेकिन मीटिंग को अधूरी छोड़कर निकलते ही उन्होंने तमाम सवाल खड़े कर दिए। ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली मीटिंग को बीच में ही छोड़ दिया था और आरोपों की बौछार करते हुए कहा कि उनके साथ भेदभाव किया गया है। हालांकि ममता बनर्जी के आरोपों पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जवाब दिया है।
ममता बनर्जी के आरोपों पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि ममता बनर्जी ने दावा किया है कि उनका माइक बंद कर दिया गया था, जो सच नहीं है। निर्मला सीतारमण ने कहा, 'ममता बनर्जी ने नीति आयोग की बैठक में हिस्सा लिया। हम सभी ने उन्हें सुना। हरेक मुख्यमंत्री को तय समय दिया गया था और उसे स्क्रीन पर दिखाया भी गया था, जो हर टेबल के सामने मौजूद थी। उन्होंने (ममता) मीडिया में कहा कि उनका माइक बंद कर दिया गया था। ये पूरी तरह से झूठ है।'
ममता ने राजनीतिक लाभ लिया- गजेंद्र सिंह शेखावत
गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि ममता बनर्जी ने मीटिंग में पहले बोलने का आग्रह किया और जब उन्हें मौका दिया गया, उन्होंने बाहर आकर इसका राजनीतिक लाभ लिया। ममता बनर्जी के आरोपों पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने भी जवाब दिया और कहा, ये तथाकथित INDI गठबंधन की पार्टियां जनादेश को हजम नहीं कर पा रही, इसलिए ऐसे बयान दे रहे हैं।' उन्होंने कहा, 'मैंने (नीति आयोग) बैठक में क्या हुआ, ये नहीं देखा है। मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि ये तथाकथित INDI गठबंधन बिल्कुल भी गठबंधन नहीं है, क्योंकि ममता ने पश्चिम बंगाल में कांग्रेस को एक भी सीट नहीं दी। वो लोगों के जनादेश को पचा नहीं पा रहे हैं, वे बेईमानी का रोना रो रहे हैं।'
ममता ने लगाए थे माइक बंद करने के आरोप
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दिल्ली में आयोजित नीति आयोग की बैठक को बीच में छोड़कर बाहर निकल आई थीं। आरोप लगाया कि उन्हें सिर्फ 5 मिनट बोलने की अनुमति दी गई, जबकि वो और बोलना चाहती थी। ममता बनर्जी ने अपने बयान में कहा, 'मैंने कहा कि आपको (केंद्र सरकार) राज्य सरकारों के साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए। मैं बोलना चाहती थी, लेकिन मुझे सिर्फ 5 मिनट ही बोलने की इजाजत मिली। मुझसे पहले जिन लोगों ने बोला वो 10 से 20 मिनट तक बोले। विपक्ष की तरफ से मैं अकेली इस बैठक में हिस्सा आई, लेकिन फिर भी मुझे बोलने की अनुमति नहीं दी गई।'
ममता बनर्जी ने आरोप लगाए, ' मैं बोल रही थी तो मेरा माइक बंद कर दिया गया था। मैंने कहा कि आपने मुझे क्यों रोका, आप भेदभाव क्यों कर रहे हैं। मैं बैठक में भाग ले रही हूं, आपको खुश होना चाहिए। इसके बजाय आप (प्रधानमंत्री) अपनी पार्टी, अपनी सरकार को और अधिक गुंजाइश दे रहे हैं। विपक्ष से सिर्फ मैं ही हूं और आप मुझे बोलने से रोक रहे हैं। ममता ने कहा कि ये ना सिर्फ बंगाल का अपमान है, बल्कि सभी क्षेत्रीय दलों का भी अपमान है।
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 27 July 2024 at 15:06 IST