अपडेटेड 27 March 2025 at 23:02 IST
राणा सांगा विवाद में मायावती की एंट्री, रामजी लाल से सहानुभूति तो अखिलेश पर भड़कीं-दलित नेताओं को आगे कर जो घिनौना राजनीति...
समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन के राणा सांगा पर दिए गए विवादित बयान मामले में मायावती की एंट्री हो गई है।
Mayawati: समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन के राणा सांगा पर दिए गए विवादित बयान पर सियासत थमने का नाम ही नहीं ले रही है। अब इस विवाद में बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती की एंट्री हो गई है। उन्होंने सपा पर राजनैतिक लाभ के लिए दलित नेताओं का इस्तेमाल करके धिनौनी राजनीति का आरोप लगाया।
मायवती ने कहा कि सपा अपने राजनैतिक लाभ के लिए अपने दलित नेताओं को आगे करके जो घिनौनी राजनीति कर रही है अर्थात उनको नुकसान पहुंचाने में लगी है, यह उचित नहीं। दलितों को इनके सभी हथकण्डों से सावधान रहना चाहिये। आगरा की हुई घटना अति चिन्ताजनक है। साथ ही, सपा को अपने स्वार्थ में किसी भी समुदाय का अपमान करना ठीक नहीं, जिसके तहत अब इनको किसी समुदाय में दुर्गन्ध व किसी में सुगन्ध आ रही है। इससे समाज में अमन-चैन व सौहार्द बिगड़ेगा, जो ठीक नहीं है।
राणा सांगा विवाद पर क्या बोले रामजी लाल?
रामली लाल सुमन ने राणा सांगा को लेकर दिए गए अपने बयान पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा- '21 मार्च को जब राज्यसभा में गृह मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा थी, तब मैंने राणा सांगा को लेकर ये बयान दिया कि उन्होंने बाबर को आमंत्रित किया था। ये ऐतिहासिक सत्य है।' बीजेपी के सवालों पर रामजी लाल ने कहा कि बीजेपी के लोगों से ज्यादा इतिहास को लेकर मुझे जानकारी है। वक्त आने पर हम उसकी पुष्टि कर देंगे।
रामजी लाल के किस बयान पर घमासान?
कुछ दिनों पहले रामजी लाल एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वह यह कहते सुने जा रहे थे कि राणा सांगा एक ‘‘गद्दार’’ थे और इब्राहिम लोदी को हराने के लिए राणा सांगा बाबर को लाए थे। इसके बाद उन्होंने राज्यसभा में भी इन बातों को दोहराया, राज्यसभा में सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने कहा था, 'बाबर राणा सांगा के निमंत्रण पर भारत आया था। यह एक ऐतिहासिक तथ्य है। मेरा इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था। हर बार कहा जाता है कि भारत के मुसलमानों के डीएनए में बाबर है। भारत के मुसलमान मुहम्मद साहब (पैगंबर मुहम्मद) को अपना आदर्श मानते हैं और सूफी परंपरा का पालन करते हैं। मेरा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं है।'
Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 27 March 2025 at 23:02 IST