अपडेटेड 29 March 2025 at 22:13 IST
EXCLUSIVE/ सलमान की राम मंदिर घड़ी पर भड़के शहाबुद्दीन रजवी, हिन्दू संत ने दिया करारा जवाब; बोले- आप कयामत तक माफी न मांगे लेकिन...
हिन्दू संत ने कहा कि आप हमारे राष्ट्र का अन्न खाते हैं, राष्ट्री की हवा में सांस लेते हैं। राष्ट्र की रौशनी में जीते हैं आपको ऐसे बयान से बचना चाहिए।
Hindu Saint Replyed to Maulana Shahabuddin Razavi Barelvi On Salman Khan Ram Temple Watch: बॉलीवुड एक्टर सलमान खान की फिल्म अभिनेता सलमान खान के अयोध्या के श्री राम मंदिर घड़ी लगाने पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। रिपब्लिक भारत टीवी चैनल पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने सलमान खान के राम मंदिर की घड़ी पहनने पर सख्त ऐतराज जताया है। मौलाना के मुताबिक शरिया में किसी भी मुसलमान को गैर-मुसलमानों के धार्मिक प्रतीकों, इमारतों या मंदिरों का प्रचार करने की अनुमति नहीं है और ऐसा करना हराम माना गया है। मौलाना बरेलवी के इस ऐतराज पर हिन्दू संत ने जोरदार जवाब दिया है। हिन्दू संत ने मौलाना को नसीहत देते हुए कहा कि आप भले अपने बयान पर माफी न मांगे लेकिन समाज में अपने विवादित बयानों से कट्टरपंथिता तो न फैलाएं
दरअसल, बॉलीवुड एक्टर सलमान खान ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर तीन तस्वीरें शेयर कीं हैं। इन तस्वीरों में सलमान अपने हाथ में एक खास घड़ी पहने हुए हैं, जिसमें अयोध्या के श्री राम मंदिर की तस्वीर अंकित है। सलमान ने कैप्शन में लिखा, "ईद पर सिनेमाघरों में मिलते हैं।" सलमान खान की इस पोस्ट के बाद पूरे देश में मौलानाओं ने सियासी घमासान छेड़ दिया है इसी के संदर्भ में ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने सलमान खान के सनातन के प्रचार को पाप बताया है। वहीं अब मौलाना बरेलवी जैसे मुस्लिम धर्मगुरुओं के खिलाफ हिन्दू संतों ने भी मोर्चा खोल दिया है। हिन्दू संत ने मौलाना को इस कट्टरपंथी के बयानबाजी पर जोरदार जवाब दिया है।
मौलाना बरेलवी को संत विष्णुदास का करारा जवाब
हिन्दू संत ने रिपब्लिक भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए मौलाना बरेलवी के बयान पर कहा, 'धर्म की बात करो धर्म को बढ़ाने की बात करो, मनुष्यता की बात करो, इंसानियत की बात करो। तुम्हारी ये शरीयत किसके-किसके ऊपर लागू होगी? भारतीय कानून से बढ़कर शरीयत नहीं है। दूसरी चीज किसी खिलाड़ी पर आरोप लगाना किसी कलाकार पर आरोप लगाना किसी का पीछा करते रहने ये सब आपके विचारों में गलत मानसिकता का प्रतीक है। आप अपने विचारों को अपने पास तक सीमित रखें आप किसी को शरीयत में बांधने के अधिकारी नहीं हैं। अरे भाई ये कयामत तक माफी न मांगे जीते जी न मांगे कई जन्मों तक माफी न मांगे लेकिन समाज जो सुन रहा है और जो जनता ये सुन रही है उसकी दृष्टि में तो ये गलत हैं। इस तरह की कट्टरपंथिता की बात करने की क्या आवश्यकता है? आप हमारे राष्ट्र में रहते हैं, राष्ट्र का अन्न खाते हैं, राष्ट्री की हवा में सांस लेते हैं। राष्ट्र की रौशनी में जीते हैं आपको समाज को विखंडित करने वाले बयान देने की क्या जरूरत है? आप कट्टरपंथिता को क्यों बढ़ावा दे रहे हैं आप सामाजिक बात कीजिए अच्छी बातें कीजिए...।'
रिपब्लिक टीवी पर क्या बोले मौलाना बरेलवी ?
वहीं इसके पहले रिपब्लिक भारत पर एक डीबेट के दौरान मौलाना बरेलवी ने कहा, 'सबसे पहली बात ये समझनी चाहिए कि जो भी शख्स मुसलमान है इस्लाम का अनुयायी है तो उसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि वो इस्लाम के दायरे में रहे। हर मुसलमान को इस्लाम ने एक दायरे में रहकर कुछ सीमाएं तय कर दी हैं कि इस्लाम में क्या काम जायज है और क्या नाजायज है? जैसे अब इस घड़ी का उदाहरण ही ले लीजिए ये घड़ी जो सलमान खान साहब ने पहनी है ये गैर इस्लामी है। इस्लाम किसी भी गैर इस्लामी काम की इजाजत नहीं देता है। मैंने सीधे तौर पर ये शरीयत की बात बताई है कि मुसलमान होने की वजह सलमान खान साहब एक मशहूर शख्सियत हैं हिन्दुस्तान के जाने माने एक्टर हैं और मुसलमान भी हैं और मुसलमान होने की वजह से उनके ऊपर शरीयत का निफाज होगा। शरीयत के उसूलों और ज़राप्तों को उन्हें अपनाना होगा। यही मैंने कहा है कि वो गैर शरयी काम न करें और अगर कर लिया है तो उसका तदारुक भी है। यानि कि सलमान खान अल्लाह की बारगाह में तौबा करें और आइंदा इस बात का एहतियाद रखें कि आगे से कभी गैर शरयी काम नहीं करेंगे।'
इस्लाम गैर मुसलमान के धार्मिक प्रचार की इजाजत नहीं देताः बरेलवी
रजवी ने आगे कहा, 'राम मंदिर के प्रचार के लिए एक घड़ी बनाई गई है। सलमान खान ने प्रचार के लिए उस घड़ी को पहन रखा है। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि वह सबसे पहले मुसलमान हैं। इस्लामी कानून किसी भी मुसलमान को गैर-मुसलमानों के धार्मिक प्रतीकों, इमारतों या मंदिरों का प्रचार करने की अनुमति नहीं देता है। यदि कोई मुसलमान इस तरह के प्रचार में शामिल होता है-चाहे वह मंदिर का हो या 'राम संस्करण' वाली घड़ी पहनकर तो शरिया के अनुसार, वह अपराध कर रहा है और उसे पाप माना जाता है। यह कार्य हराम है और उसे इससे बचना चाहिए। मैं सलमान खान को नसीहत देना चाहता हूं कि वह अपने हाथों से राम नाम एडिशन की घड़ी उतार दें।'
Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 29 March 2025 at 21:27 IST